
"श्री जगन्नाथ महाप्रभु की पूजा कैसे करें?"
“जगन्नाथ जी” की पूजा (Puja) बहुत श्रद्धा और सरलता से की जाती है। मुख्यत: ओड़िशा के पुरी में श्री जगन्नाथ जी का भव्य मंदिर है, लेकिन घर पर भी आप उनकी पूजा कर सकते हैं।
यहाँ सरल तरीके से बताया गया है:
जगन्नाथ जी की पूजा विधि:
1. स्थान और मूर्ति/चित्र तैयार करें:
- सबसे पहले पूजा स्थल को स्वच्छ करें।
- जगन्नाथ जी, बलभद्र जी और सुभद्रा जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। (अगर तीनों हों तो उत्तम)
2. शुद्धता:
- स्नान करें, साफ वस्त्र पहनें।
- पूजा से पहले एक छोटा जल का छींटा पूजा स्थान पर दें।
3. संकल्प करें:
- हाथ में फूल या अक्षत (चावल) लेकर संकल्प करें कि आप श्रद्धा से पूजा कर रहे हैं।
4. दीप जलाएँ और धूप दिखाएँ:
- घी का या तिल के तेल का दीपक जलाएँ।
- धूपबत्ती या अगरबत्ती भी प्रज्वलित करें।
5. पंचोपचार या षोडशोपचार पूजा करें (सरल रूप में):
- आवाहन (भगवान को आमंत्रित करना)
- पाद्य (पैर धोने हेतु जल अर्पित करना)
- अर्घ्य (हाथ धोने के लिए जल देना)
- आचमन (पेय जल देना)
- स्नान (जल या फूलों से स्नान कराना)
- वस्त्र (नए वस्त्र अर्पित करना, मन से भी कर सकते हैं)
- गंध (चंदन या हल्दी का तिलक करना)
- पुष्प (फूल चढ़ाना)
- धूप-दीप (धूप और दीप अर्पित करना)
- नैवेद्य (भोग लगाना – फल, मिठाई या घर का बना प्रसाद)
- आरती करना
- प्रणाम करना
6. मंत्र और स्तुति:
- आप “जय जगन्नाथ!” का उच्चारण कर सकते हैं।
- या “जगन्नाथाष्टकम्” (अगर समय हो) पढ़ सकते हैं।
- साधारण मंत्र: “ओम् नमो भगवते जगन्नाथाय”
7. भोग अर्पण करें:
- कोई भी सात्त्विक वस्तु जैसे फल, नारियल, मिठाई या खीर अर्पित करें।
- भोग के बाद सबको प्रसाद रूप में वितरित करें।
कुछ विशेष बातें:
- शुक्रवार और रथयात्रा के दिन विशेष पूजा की जाती है।
- अगर संभव हो तो पूजा के बाद हरे कृष्ण महामंत्र का जप करें: “हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे,
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे”
शनिदेव की पूजा विधि (Shani Dev Puja Vidhi)
https://www.youtube.com/@bhaktikibhavnaofficial/videos
“श्री जगन्नाथ महाप्रभु की पूजा कैसे करें?”