
शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए 20 अचूक उपाय
- शनि मंत्र का जाप करें –
रोज़ “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें। - शनिवार को व्रत रखें –
प्रत्येक शनिवार उपवास करें और काले वस्त्र धारण करें। - शनि मंदिर में तेल चढ़ाएं –
शनिवार को पीपल या शनि मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाएं। - काले तिल का दान करें –
शनिवार को काले तिल, काली उड़द और लोहा दान करें। - पीपल के पेड़ की पूजा करें –
शनिवार को पीपल वृक्ष को जल चढ़ाएं और परिक्रमा करें (7 बार)। - गरीबों को भोजन कराएं –
खासकर शनिवार को गरीब, अंधे या विकलांग लोगों को भोजन और वस्त्र दान करें। - शनि चालीसा का पाठ करें –
प्रति शनिवार शनि चालीसा पढ़ना अत्यंत फलदायक होता है। - काली गाय की सेवा करें –
रोज़ या शनिवार को काली गाय को रोटी और गुड़ खिलाएं। - काले कुत्ते को रोटी खिलाएं –
शनि के प्रभाव को कम करने के लिए यह उपाय बहुत उपयोगी है। - शनि यंत्र धारण करें –
शुद्ध और अभिमंत्रित शनि यंत्र को धारण करें (किसी योग्य पंडित से परामर्श लेकर)। - नीलम रत्न धारण करें –
यदि कुंडली में अनुकूल हो तो नीलम धारण करें, लेकिन पहले परामर्श और परीक्षण आवश्यक है। - हनुमान जी की उपासना करें –
हनुमान जी शनि को नियंत्रित करते हैं; बजरंग बाण, सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ करें। - शिवलिंग पर जल चढ़ाएं –
सोमवार और शनिवार को शिवलिंग पर जल, दूध और बेलपत्र चढ़ाएं। - तिल और गुड़ का दान करें –
शनिवार को तिल और गुड़ का दान विशेष फलदायक होता है। - नीले फूल और नीली वस्तुएं चढ़ाएं –
शनि को नीला रंग प्रिय होता है, नीले फूल या वस्त्र चढ़ाना शुभ होता है। - झाड़ू का दान करें –
शनिवार को सफाईकर्मियों को झाड़ू दान करना शुभ होता है। - लोहे का छल्ला पहनें –
शनिवार को काले घोड़े की नाल से बना छल्ला मध्यमा उंगली में पहनें। - रुद्राभिषेक करवाएं –
शिवजी की पूजा और रुद्राभिषेक से शनि दोष शांत होता है। - कंबल या काले कपड़े का दान करें –
विशेष रूप से सर्दियों में किसी गरीब को कंबल दान करें। - गुरुजनों एवं वृद्धजनों का आशीर्वाद लें –
रोज़ माता-पिता, गुरु, वृद्ध या असहाय लोगों का आशीर्वाद लेना शनि दोष को कम करता है।
🪔 “शुभ लाभ” चित्र व प्रतीक:
- शुभ लाभ लेखन
- अक्सर देवनागरी लिपि में “शुभ लाभ” को लाल रंग से लिखा जाता है।
- इसके साथ स्वस्तिक, ओम, या श्री के चिह्न होते हैं।
- इसे दरवाज़ों, पूजा स्थल, दुकान, या दीवारों पर सजाया जाता है।
- गणेश और लक्ष्मी की मूर्ति/चित्र
- भगवान गणेश (शुभता और विघ्नहर्ता के रूप में) और माता लक्ष्मी (धन और समृद्धि की देवी) को साथ दिखाया जाता है।
- गणेश के पास “शुभ” और लक्ष्मी के पास “लाभ” लिखा होता है।
- स्वस्तिक चिह्न और कमल फूल
- स्वस्तिक शक्ति और शुभता का प्रतीक है।
- कमल फूल लक्ष्मी जी का वाहन और पवित्रता का प्रतीक है।
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शनि दोष से छुटकारा
शनि दोष से छुटकारा