
शनि देव की पूजा विधि
शनि देव की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली बाधाएँ दूर होती हैं। शनिवार का दिन शनि देव की पूजा के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।
शनि देव की पूजा विधि:
- स्नान और संकल्प:
- प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- शुद्ध घी का दीपक जलाकर शनि देव का ध्यान करें।
- पूजा करने का संकल्प लें और भगवान शनि देव से कृपा की प्रार्थना करें।
- शनि देव की प्रतिमा या चित्र के सामने पूजा:
- शनि देव की मूर्ति या चित्र पर गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करें।
- काले तिल, तेल, नीले फूल, और उड़द की दाल अर्पित करें।
- सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- धूप-दीप अर्पित कर शनि देव के मंत्रों का जाप करें।
- शनि देव के मंत्रों का जाप:
- “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- “नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्डसंभूतं तं नमामि शनैश्चरम्॥”
- तिल और तेल का अभिषेक:
- शनि देव पर काले तिल और सरसों का तेल चढ़ाएं।
- लोहे की कोई वस्तु चढ़ाकर शनिदेव से कृपा की प्रार्थना करें।
- दान और सेवा:
- जरूरतमंदों को भोजन, काले तिल, कंबल, और सरसों का तेल दान करें।
- शनि मंदिर में जाकर तेल का दीपक जलाएं और गरीबों की सहायता करें।
- हनुमान जी की पूजा:
- शनि देव की कृपा पाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- बजरंग बाण और सुंदरकांड का पाठ करने से शनि दोष का निवारण होता है।
- शनिवार के नियम:
- इस दिन शराब, मांसाहार और गलत कार्यों से बचें।
- झूठ, धोखा और किसी का अपमान न करें।
शनि देव की कृपा पाने के लाभ:
✅ शनि दोष और साढ़े साती के प्रभाव में कमी आती है।
✅ कार्यों में सफलता और जीवन में सुख-शांति आती है।
✅ बुरी नजर और बुरी शक्तियों से रक्षा होती है।
✅ जीवन में स्थिरता और समृद्धि बनी रहती है।
अगर आप कोई विशेष पूजा विधि चाहते हैं या और अधिक जानकारी चाहिए तो बताएं! 🙏
शनि देव की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और जीवन में आने वाली बाधाएँ दूर होती हैं। शनिवार का दिन शनि देव की पूजा के लिए सर्वोत्तम माना जाता है।
शनि देव की पूजा विधि:
- स्नान और संकल्प:
- प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- शुद्ध घी का दीपक जलाकर शनि देव का ध्यान करें।
- पूजा करने का संकल्प लें और भगवान शनि देव से कृपा की प्रार्थना करें।
- शनि देव की प्रतिमा या चित्र के सामने पूजा:
- शनि देव की मूर्ति या चित्र पर गंगाजल छिड़ककर शुद्ध करें।
- काले तिल, तेल, नीले फूल, और उड़द की दाल अर्पित करें।
- सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- धूप-दीप अर्पित कर शनि देव के मंत्रों का जाप करें।
- शनि देव के मंत्रों का जाप:
- “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- “नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्डसंभूतं तं नमामि शनैश्चरम्॥”
- तिल और तेल का अभिषेक:
- शनि देव पर काले तिल और सरसों का तेल चढ़ाएं।
- लोहे की कोई वस्तु चढ़ाकर शनिदेव से कृपा की प्रार्थना करें।
- दान और सेवा:
- जरूरतमंदों को भोजन, काले तिल, कंबल, और सरसों का तेल दान करें।
- शनि मंदिर में जाकर तेल का दीपक जलाएं और गरीबों की सहायता करें।
- हनुमान जी की पूजा:
- शनि देव की कृपा पाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- बजरंग बाण और सुंदरकांड का पाठ करने से शनि दोष का निवारण होता है।
- शनिवार के नियम:
- इस दिन शराब, मांसाहार और गलत कार्यों से बचें।
- झूठ, धोखा और किसी का अपमान न करें।
शनि देव की कृपा पाने के लाभ:
✅ शनि दोष और साढ़े साती के प्रभाव में कमी आती है।
✅ कार्यों में सफलता और जीवन में सुख-शांति आती है।
✅ बुरी नजर और बुरी शक्तियों से रक्षा होती है।
✅ जीवन में स्थिरता और समृद्धि बनी रहती है।
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