विवाह पंचमी पर शुभ मुहूर्त: 24 या 25 नवंबर? संपूर्ण जानकारी
शुभ मुहूर्त व विशेष योग
- उस दिन के विशेष शुभ योग: ध्रुव योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, शिववास योग — ये तीनों योग बन रहे हैं।
- सुबह जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में पूजा करने का सुझाव है।
- उदाहरणस्वरूप पंचांग विवरण में:
- सूर्योदय: सुबह ~ 06:52 बजे
- सूर्यास्त: शाम ~ 05:24 बजे
- विजय मुहूर्त: दोपहर ~ 01:53 से ~02:36 बजे तक
📖 धार्मिक महत्व
- यह पर्व श्री राम और माता सीता के पवित्र विवाह की स्मृति में मनाया जाता है।
- मान्यता है कि इस दिन उनका विवाह सम्पन्न हुआ था, इसीलिए यह दिन दांपत्य जीवन में सौभाग्य और प्रेम-सामंजस्य लाने वाला माना जाता है।
🔍 विस्तार से ध्यान देने योग्य बातें
- चूंकि तिथि रात 9:22 बजे 24 नवम्बर से आरंभ हो रही है और समाप्ति 25 नवम्बर को रात 10:56 बजे है, इसलिए यदि आप पूजा-अनुष्ठान आदि करना चाहते हैं, तो 25 नवम्बर की सुबह से बनाना अधिक शुभ रहेगा।
- यदि किसी कारणवश 24 नवम्बर की रात में पूजा करनी हो, तब भी तिथि आरंभ हो चुकी है — लेकिन अधिकांश पंडितों द्वारा 25 नवम्बर को दिवस के दौरान मनाना बेहतर माना गया है। राम–सीता विवाह पंचमी 2025: तिथि, महत्व और पूजा विधि राम–सीता विवाह पंचमी 2025: तिथि, महत्व और पूजा विधि
- विवाह जैसे शुभ कार्य के लिए ऐसी तिथि जिसमें शुभ योग भी हों — इस वर्ष वैसा संयोग उपलब्ध है, जिससे यह दिन और अधिक फलदायी माना गया है।
ज्योतिष/चौघड़िया में ‘लाभ’
चौघड़िया में एक अवधि “लाभ चौघड़िया” कहलाती है।
- यह बहुत शुभ माना जाता है।
- इस समय में कोई भी नया काम शुरू करना, खरीदारी, व्यापार, यात्रा या पूजा करना मंगलकारी और फलदायक माना जाता है।
- विवाह, सगाई, गृह प्रवेश जैसे कार्यों में भी ‘लाभ’ चौघड़िया श्रेष्ठ है।
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