रविवार व्रत में क्या करें और क्या न करें
(सरल, साफ और परंपरा अनुसार)
✅ रविवार व्रत में क्या करें (Do’s)
1. सुबह जल्दी उठकर स्नान करें
शुद्ध मन और शरीर से पूजा-व्रत आरंभ करें।
2. सूर्य देव को अर्घ्य दें
तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, थोड़ी रोली मिलाकर उगते सूर्य को अर्पित करें।
3. सूर्य मंत्र का जाप करें
- ॐ घृणि: सूर्याय नमः
- ॐ सूर्याय नमः
कम से कम 108 बार जाप लाभकारी है।
4. लाल या सफेद वस्त्र पहनें
यह रंग सूर्य देव को प्रिय माने जाते हैं।
5. सूर्य देव की पूजा करें
घी का दीप, लाल चंदन, लाल फूल, गुड़ और गेहूँ से पूजा करें।
6. भोजन में नमक से परहेज़
रविवार व्रत में नमक का सेवन न करने की परंपरा है।
7. सात्विक भोजन करें
हल्का, फलाहार या व्रत का भोजन रखें।
8. जरूरतमंदों को दान दें
तांबे का बर्तन, लाल वस्त्र, गेहूँ, गुड़ या मसूर दाल का दान शुभ है।
9. सूर्य नमस्कार करें
स्वास्थ्य और ऊर्जा के लिए अत्यंत लाभकारी।
❌ रविवार व्रत में क्या न करें (Don’ts)
1. रविवार को बाल या नाखून न काटें
यह परंपरागत रूप से अशुभ माना गया है।
2. काले रंग से बचें
काला सूर्य का विरोधी रंग माना जाता है।
3. क्रोध और कटु वाणी से बचें
सूर्य देव अनुशासन और सत्वगुण के प्रतीक हैं।
4. किसी से झगड़ा न करें
रविवार को शत्रुता, विवाद या नकारात्मक सोच से बचें।
5. तेल और तली-भुनी चीजें कम लें
यह व्रत की सात्विकता को बाधित करता है।
6. शराब, तंबाकू, मांसाहार बिल्कुल न लें
यह सूर्य उपासना में वर्जित है।
7. व्रत तोड़ने में जल्दबाज़ी न करें
सूर्यास्त या पूजा पूर्ण होने के बाद ही व्रत खोलें।
8. दूसरों का अपमान न करें
सूर्य देव सम्मान और शुद्धता के देवता माने जाते हैं।
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