रविवार व्रत का महत्व
रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित माना जाता है। सूर्य देव को शक्ति, ऊर्जा, सफलता, आरोग्य (स्वास्थ्य) और तेज का प्रतीक माना गया है। मान्यता है कि रविवार का व्रत करने से सूर्य देव प्रसन्न होकर जीवन में शक्ति, सम्मान, स्वास्थ्य और समृद्धि प्रदान करते हैं। इस व्रत का उल्लेख विभिन्न पुराणों और धार्मिक ग्रंथों में भी मिलता है।
1. स्वास्थ्य लाभ के लिए विशेष
सूर्य देव को स्वास्थ्य का पालनकर्ता माना गया है। रविवार व्रत से नेत्र रोग, कमजोरी, थकान, त्वचा रोग और शरीर की ऊर्जा से संबंधित समस्याओं में लाभ माना जाता है।
2. आत्मविश्वास व तेज में वृद्धि
यह व्रत व्यक्ति के आत्मबल, तेज और आत्मविश्वास को बढ़ाने वाला माना जाता है। सूर्य देव की कृपा से व्यक्तित्व में आकर्षण और ऊर्जा बढ़ती है।
3. करियर और सफलता में मदद
ज्योतिष के अनुसार सूर्य ग्रह की स्थिति व्यक्ति की नेतृत्व क्षमता, सरकारी नौकरी, प्रतिष्ठा और कामयाबी से जुड़ी होती है। रविवार व्रत सूर्य दोष निवारण में सहायक माना जाता है, जिससे करियर में रुकावटें दूर होती हैं।
4. घर-परिवार में सुख-समृद्धि
सूर्य देव को अन्नदाता भी कहा गया है। रविवार व्रत करने से घर में धन-धान्य की वृद्धि और सुख-शांति बनी रहती है।
5. पितृ दोष निवारण में उपयोगी
मान्यता है कि सूर्य देव पितरों के प्रतिनिधि माने जाते हैं। रविवार व्रत करने से पितृ शांति मिलती है और पितृ दोष से होने वाली परेशानियाँ कम होती हैं।
6. मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा
उपवास को शरीर और मन दोनों के लिए लाभकारी माना जाता है। रविवार व्रत करने से मन शांत रहता है, तनाव कम होता है और सकारात्मक विचार बढ़ते हैं।
7. सूर्य देव की कृपा से जीवन में प्रकाश
सूर्य देव को प्रकाश और ऊर्जा का स्वामी माना जाता है। उनकी कृपा से जीवन के अंधकार और समस्याएँ दूर होती हैं और सफलता के नए मार्ग खुलते हैं।
शनिदेव पर ये चढ़ाऐ, होगी मनोकामना पूर्ण
