
भादो मास में गणेश चतुर्थी 2025 – शुभ मुहूर्त और महत्व
📅 गणेश चतुर्थी 2025 की तिथि व शुभ मुहूर्त
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। इस दिन भगवान गणपति का जन्मोत्सव पूरे भारत में हर्षोल्लास से मनाया जाता है।
- तिथि प्रारंभ: 27 अगस्त 2025, सुबह 05:44 बजे
- तिथि समाप्त: 28 अगस्त 2025, सुबह 07:21 बजे
- गणपति स्थापना का शुभ मुहूर्त: 27 अगस्त 2025, प्रातः 11:00 बजे से दोपहर 01:30 बजे तक (मध्यान्ह काल)
🙏 गणेश चतुर्थी का महत्व
- यह दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश की उपासना के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
- गणपति की पूजा से बुद्धि, ज्ञान, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है।
- इस दिन व्रत करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं और मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।
- घर में गणपति की स्थापना से सकारात्मक ऊर्जा और शुभता का वास होता है।
🪔 पूजा विधि संक्षेप में
- प्रातः स्नान कर व्रत का संकल्प लें।
- गणेश जी की प्रतिमा या चित्र को चावलों के ऊपर स्थापित करें।
- पंचामृत से स्नान कराकर वस्त्र पहनाएँ और लाल पुष्प अर्पित करें।
- दूर्वा, मोदक, लड्डू और फल चढ़ाएँ।
- गणपति अथर्वशीर्ष, गणेश मंत्र और गणेश चालीसा का पाठ करें।
🪔 भादो मास गणेश चतुर्थी 2025 – पूजा विधि एवं लाभ
✅ गणेश चतुर्थी पूजा विधि
- प्रातः स्नान एवं संकल्प – सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
- गणपति स्थापना – चावलों से बने वेदी पर गणेश जी की प्रतिमा/मूर्ति स्थापित करें।
- आचमन एवं शुद्धिकरण – गंगाजल छिड़ककर स्थान को पवित्र करें।
- स्नान एवं वस्त्र – मूर्ति को पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, शक्कर) से स्नान कराकर स्वच्छ वस्त्र पहनाएँ।
- श्रृंगार एवं आसन – लाल वस्त्र, फूल, रोली, चंदन और अक्षत से गणपति का श्रृंगार करें।
- पूजन सामग्री अर्पण – दूर्वा (तीन पत्तियों वाली घास), मोदक, लड्डू, फल और नारियल अर्पित करें।
- मंत्रोच्चारण – “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का 108 बार जप करें।
- आरती – गणेश चालीसा या आरती का पाठ कर दीपक और धूप जलाएँ।
- भोग एवं प्रसाद – मोदक व लड्डू का भोग लगाकर प्रसाद सभी को बाँटें।
- व्रत कथा श्रवण – गणेश चतुर्थी की व्रत कथा सुनें और अंत में व्रत का समापन करें।
🌸 गणेश चतुर्थी व्रत के लाभ
- भगवान गणेश की कृपा से सभी विघ्न-बाधाएँ दूर होती हैं।
- बुद्धि, विवेक और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
- जीवन में धन, सुख और समृद्धि का वास होता है।
- व्यापार, नौकरी और शिक्षा में सफलता प्राप्त होती है।
- घर-परिवार में शांति, सौभाग्य और सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
- गणपति पूजन से मनोकामनाएँ शीघ्र पूर्ण होती हैं।
👉 इस प्रकार भाद्रपद मास की गणेश चतुर्थी व्रत-पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता आती है।