बृहस्पति देव को प्रसन्न करने के प्रभावी मंत्र
बृहस्पति देव (गुरु ग्रह) को प्रसन्न करने के लिए मंत्रों का जाप एक अत्यंत प्रभावशाली उपाय माना जाता है। बृहस्पति देव ज्ञान, धर्म, विवाह, संतान, और सौभाग्य के कारक माने जाते हैं। यदि कुंडली में बृहस्पति अशुभ है या उसकी दशा/अंतरदशा चल रही हो, तो निम्नलिखित मंत्रों का जाप लाभकारी होता है।
🌟 प्रमुख बृहस्पति मंत्र
1. बृहस्पति बीज मंत्र (Brihaspati Beej Mantra)
ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः
🔸 Om Gram Greem Graum Sah Gurave Namah
🔹 इस मंत्र का रोज़ 108 बार जाप करें। यह सबसे प्रभावी और आसान मंत्र है।
2. बृहस्पति गायत्री मंत्र (Brihaspati Gayatri Mantra)
ॐ अंगिरसये विद्महे वाचस्पतये धीमहि। तन्नो गुरु: प्रचोदयात्॥
🔸 यह मंत्र बृहस्पति देव के ज्ञान, वाणी और गुरु-तत्व को जागृत करने के लिए है।
3. वैदिक मंत्र (Vedic Brihaspati Mantra)
बृहस्पते अतियद्यो वर्धयानो महाँ अवि गृणेथासि स्यान्नः।
यः शंसति स्तवते यः कवीनां प्रेष्ठो राजा वृषभो न भूम॥
🔸 यह मंत्र यजुर्वेद से लिया गया है और बृहस्पति की वैदिक स्तुति करता है।
4. नवग्रह मंत्र में बृहस्पति का मंत्र
देवाऽनां च ऋषीणां च गुरुं काञ्चनसन्निभम्।
बुद्धिभूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्॥
🔸 यह मंत्र नवग्रह पूजा में बृहस्पति देव को समर्पित है।
📿 जाप विधि (Japa Vidhi)
- दिन: गुरुवार
- माला: पीली चंदन की माला या तुलसी माला
- संकल्प: पीले वस्त्र धारण करें और पूर्व दिशा की ओर मुख करके जाप करें।
- समर्पण: पीले फूल, चना दाल, केले और हल्दी अर्पण करें।
🌟 बृहस्पति देव को प्रसन्न करने के लाभ:
1. शिक्षा और ज्ञान में वृद्धि
- छात्र और प्रतियोगी परीक्षार्थियों को बृहस्पति मंत्रों से बुद्धि, याददाश्त और समझ में सुधार होता है।
- शिक्षा में आ रही बाधाएं दूर होती हैं।
2. वैवाहिक जीवन में सुख
- जिनका विवाह देर से हो रहा है या वैवाहिक जीवन में समस्या है, उन्हें गुरुवार व्रत और बृहस्पति मंत्र से लाभ होता है।
3. संतान सुख
- संतान से जुड़ी बाधाएं, गर्भधारण में समस्या, या संतान का व्यवहार ठीक न होना — इन समस्याओं के निवारण में मदद मिलती है।
4. आर्थिक स्थिति में सुधार
- गुरु ग्रह मजबूत होने से धन लाभ, नौकरी में पदोन्नति और व्यापार में उन्नति होती है।
5. मान-सम्मान और प्रतिष्ठा
- समाज में सम्मान, पद और नाम मिलता है।
- जीवन में अच्छे मार्गदर्शक (mentor) मिलते हैं।
6. धार्मिक और आध्यात्मिक विकास
- बृहस्पति मंत्रों से व्यक्ति में धार्मिक प्रवृत्ति, संयम और विवेक जागृत होता है।
- पापों से मुक्ति मिलती है और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
7. कुंडली के दोषों का निवारण
- यदि कुंडली में बृहस्पति कमजोर, नीच राशि में या पाप ग्रहों से पीड़ित हो, तो मंत्र जाप और उपायों से राहत मिलती है।
🟡 संक्षेप में:
“बृहस्पति देव का आशीर्वाद मिलने पर जीवन में ज्ञान, धन, धर्म और संतोष—चारों प्रकार की समृद्धि प्राप्त होती है।”
सावन सोमवार रुद्राभिषेक विधि (पूर्ण विधि):
https://www.youtube.com/@bhaktikibhavnaofficial/videos
बृहस्पति देव को प्रसन्न करने के प्रभावी मंत्र
