
नवरात्रि 2025 में कन्या पूजन का सही तरीका
कन्या पूजन का महत्व
- कन्या पूजन से माता दुर्गा का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
- घर में सुख-समृद्धि, शांति और स्वास्थ्य बना रहता है।
- भक्त की हर मनोकामना पूर्ण होती है।
- जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं।
कन्या पूजन कब करें?
- नवरात्रि की अष्टमी या नवमी तिथि को।
- 2025 में अष्टमी और नवमी का शुभ मुहूर्त देखकर पूजा करनी चाहिए।
कन्या पूजन की विधि
1. तैयारी
- घर को साफ करें और पूजन स्थान सजाएं।
- माता दुर्गा की प्रतिमा/चित्र को फूल-माला से सजाएं।
- कलश और दीपक जलाएं।
2. कन्याओं को आमंत्रित करें
- दो वर्ष से दस वर्ष तक की कन्याओं को पूजन के लिए बुलाएं।
- उनके साथ एक छोटे लंगूर (बालक) को भी बैठाना शुभ माना जाता है।
3. पूजन प्रक्रिया
- कन्याओं को आसन पर बैठाएं।
- उनके पैर धोकर साफ कपड़े से पोंछें।
- माथे पर रोली और चंदन का तिलक लगाएं।
- कुमकुम और फूल अर्पित करें।
- उनके चरणों में पुष्प अर्पित कर देवी रूप मानकर पूजा करें।
4. भोग एवं भोजन
- कन्याओं को पूरी, हलवा और चना खिलाएं।
- साथ में फल और मिठाई भी दें।
- भोजन के बाद उन्हें दक्षिणा और उपहार दें (जैसे चूड़ी, बिंदी, रुमाल, किताब आदि)।
5. विदाई
- हाथ जोड़कर कन्याओं को माता का स्वरूप मानकर प्रणाम करें।
- आशीर्वाद लेकर उन्हें विदा करें।
विशेष बातें ध्यान रखें
- कन्या पूजन हमेशा शुद्ध मन और आस्था से करना चाहिए।
- कन्याओं के साथ कभी भेदभाव न करें।
- भोजन ताजे और सात्विक होना चाहिए।
- कम से कम नौ कन्याओं को पूजना श्रेष्ठ माना गया है, परंतु स्थिति अनुसार संख्या कम भी हो सकती है।
लाभ
- कन्या पूजन से माता दुर्गा की कृपा तुरंत प्राप्त होती है।
- घर में सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि आती है।
- रोग-शोक और संकट दूर होते हैं।
- व्यक्ति के जीवन में नई ऊर्जा और सफलता के मार्ग खुलते हैं।
नवरात्रि 2025 कन्या पूजन सामग्री सूची
कन्या पूजन करने के लिए यह सामग्री तैयार रखनी चाहिए:
- माता दुर्गा की प्रतिमा/चित्र
- कलश और नारियल
- जल से भरा हुआ लोटा
- अक्षत (चावल)
- रोली/कुमकुम
- हल्दी
- मौली (लाल धागा)
- पुष्प और माला
- दीपक और घी/तेल
- अगरबत्ती और धूप
- सुपारी
- पान के पत्ते
- लौंग, इलायची
- कपूर
- पंचमेवा
- फल
- मिठाई
- हलवा, चना, पूरी (भोग के लिए)
- पानी से भरा लोटा और चम्मच
- आसन (कन्याओं के बैठने के लिए)
- थाली (पूजन की और भोजन परोसने की)
- छोटी थाली या कटोरी (तिलक और चरण पूजन के लिए)
- रुमाल/गमछा (कन्याओं के पैर पोंछने हेतु)
- बिंदी, चूड़ी, कंघी आदि (उपहार के लिए)
- दक्षिणा (सिक्के या रुपए)
इन सभी सामग्रियों से कन्या पूजन विधिवत और सफलतापूर्वक किया जा सकता है।
हनुमान जी की भक्ति से हर कार्य में सफलता पाने का अचूक उपाय
https://www.youtube.com/@bhaktikibhavnaofficial/vedio
नवरात्रि 2025 में कन्या पूजन का सही तरीका
नवरात्रि 2025 में कन्या पूजन का सही तरीका
नवरात्रि 2025 में कन्या पूजन का सही तरीका