धनतेरस के दिन कौन सा चीज खरीदने से महालक्ष्मी का घर में वास होता है
धनतेरस, जिसे धन त्रयोदशी भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में दिवाली पर्व का पहला दिन होता है। इस दिन धन और समृद्धि की देवी माँ लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। इसे खासतौर पर व्यापारियों और गृहस्थों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। आइए विस्तार से समझते हैं कि धनतेरस पर क्या-क्या खरीदना शुभ होता है और क्यों:
1. सोना और चांदी
- परंपरा: धनतेरस पर सोना और चांदी खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसे माँ लक्ष्मी का प्रिय पदार्थ कहा गया है।
- कारण: सोना और चांदी अष्टधातु के रूप में समृद्धि और वित्तीय सुरक्षा का प्रतीक हैं।
- कैसे पूजा करें:
- नया सोना या चांदी खरीदें।
- इसे घर में पूजा स्थल पर रखें और माँ लक्ष्मी का ध्यान करके रखें।
- अगर आप सोने का आभूषण खरीदते हैं, तो यह घर में समृद्धि और सुख–शांति लाता है।
2. नए बर्तन
- परंपरा: नए बर्तन खरीदने से घर में संपत्ति और सुख-शांति बनी रहती है।
- क्यों: पुराने बर्तन टूटे-फूटे या जंग लगे होते हैं। नए बर्तन समृद्धि और शुद्धता का प्रतीक हैं।
3. धातु की चीज़ें
- सोने और चांदी के अलावा तांबा, पीतल के बर्तन या अन्य धातु की वस्तुएं भी शुभ मानी जाती हैं।
- इन्हें खरीदकर घर में रखने से धन, स्वास्थ्य और ऐश्वर्य बढ़ता है।
4. स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़े सामान
- दवा या आयुर्वेदिक चीज़ें खरीदना भी शुभ माना जाता है।
- यह पारंपरिक रूप से संपत्ति और जीवन सुरक्षा से जुड़ा होता है।
5. क्या नहीं खरीदना चाहिए
- टूटी हुई वस्तुएं, हाथ से बनी पुरानी चीजें, या जिन पर दाग-धब्बे हों।
- यह अशुभ माना जाता है और धन हानि की संभावना बताई जाती है।
6. धनतेरस के दिन खरीदने के लाभ
- सोना/चांदी: घर में लक्ष्मी का वास और आर्थिक समृद्धि।
- नए बर्तन: परिवार में स्वास्थ्य, शांति और सुख।
- धातु की चीज़ें: घर में ऐश्वर्य और सुरक्षा।
- दवा/स्वास्थ्य संबंधित सामान: जीवन सुरक्षा और स्वास्थ्य।
💡 सारांश:
धनतेरस पर सोना, चांदी, नए बर्तन या धातु की वस्तुएं खरीदना सबसे शुभ माना जाता है। ऐसा करने से माँ लक्ष्मी का वासघर में होता है, धन की वृद्धि होती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है।
धनतेरस का महत्व और लाभ
धनतेरस का दिन दिवाली पर्व की शुरुआत करता है। इसे धन और स्वास्थ्य की देवी लक्ष्मी और धनुर्रा यंत्र के पूजन का दिन कहा जाता है।
धनतेरस पर पूजा करने के लाभ:
- आर्थिक समृद्धि:
- सोना, चांदी या नए बर्तन खरीदने से घर में धन और संपत्ति की वृद्धि होती है।
- व्यापारियों के लिए यह दिन नए कारोबार या निवेश के लिए अत्यंत शुभ है।
- सुख-शांति:
- घर में लक्ष्मी का वास होने से परिवार में सुख, शांति और सौहार्द बढ़ता है।
- स्वास्थ्य और सुरक्षा:
- धनतेरस को स्वास्थ्य और सुरक्षा का प्रतीक भी माना गया है।
- नया बर्तन, धातु की चीजें या दवा खरीदने से रोग और विपत्ति दूर होती है।
- मंगल और शुभता:
- इस दिन किए गए कार्य और खरीदारी से लंबी अवधि तक शुभता बनी रहती है।
धनतेरस पूजा की विधि
1. तैयारी:
- घर की सफाई करें, खासकर पूजा स्थल।
- नए सोने/चांदी के बर्तन या आभूषण तैयार रखें।
- पूजा के लिए दीया, फूल, मिठाई, अक्षत (चावल), हल्दी और सिंदूर रखें।
2. समय (मुहूर्त):
- धनतेरस पूजा का शुभ समय संध्या या शाम के समय माना जाता है।
- खासतौर पर अभिजीत मुहूर्त में पूजा करना लाभकारी होता है।
3. लक्ष्मी पूजन विधि:
चरण 1: स्थापना
- पूजा स्थल पर लाल कपड़े पर माँ लक्ष्मी और धन्वंतरि का चित्र या मूर्ति रखें।
- उनके सामने सोने/चांदी का बर्तन, नया बर्तन या आभूषण रखें।
चरण 2: दीप प्रज्ज्वलन
- दिये में घी या तेल डालकर जलाएं।
- यह लक्ष्मी का स्वागत करने का प्रतीक है।
चरण 3: पूजा सामग्री अर्पण
- फूल, मिठाई, अक्षत, हल्दी और सिंदूर देवी के चरणों में अर्पित करें।
- ध्यान दें कि पूजा में साफ-सफाई और श्रद्धा सबसे महत्वपूर्ण है।
चरण 4: मंत्र जाप
- इस समय आप “ॐ महालक्ष्म्यै नमः” या लक्ष्मी मंत्र का जाप कर सकते हैं।
- अगर धन्वंतरि पूजन भी करना है, तो “ॐ धन्वंतराय नमः” मंत्र का जाप करें।
चरण 5: आभूषण/धातु अर्पण
- खरीदी गई सोना/चांदी के बर्तन या आभूषण को पूजा स्थल पर रखकर ध्यान करें।
- इसके बाद इन्हें घर में सुरक्षित स्थान पर रखें।
चरण 6: दीपदान
- घर के मुख्य द्वार और पूजा स्थल पर दीप जलाएं।
- दीप का प्रकाश अंधकार और नकारात्मकता दूर करता है और लक्ष्मी का वास लाता है।
चरण 7: भोग अर्पण
- देवी को मिठाई, फल या अन्य भोग अर्पित करें।
- पूजा के अंत में परिवार के सभी सदस्य दीप के सामने हाथ जोड़कर आशीर्वाद लें।
4. धनतेरस पर खरीदारी का महत्व
- सोना/चांदी: धन, संपत्ति और ऐश्वर्य।
- नए बर्तन: घर में स्वास्थ्य और सुख।
- धातु की चीजें: परिवार में सुरक्षा और समृद्धि।
- दवा या स्वास्थ्य संबंधित सामान: जीवन और स्वास्थ्य सुरक्षा।
ध्यान दें: खरीदारी हमेशा सुबह या शुभ मुहूर्त में करें और नए सामान को पूजा करके घर में रखें।
5. विशेष टिप्स
- पूजा स्थल साफ-सुथरा और सजाया हुआ होना चाहिए।
- धनतेरस की रात को दीप जलाना बेहद शुभ है।
- घर के मुख्य दरवाजे पर हल्का लाल या पीला रंग रखें—ये रंग लक्ष्मी के प्रिय हैं।
- पूजा के बाद परिवार के सभी सदस्य एक-दूसरे को मिठाई खिलाएं।
रंभा एकादशी व्रत: जानिए कब है और कैसे करें पूजा
https://www.youtube.com/@bhaktikibhavnaofficial/videos
धनतेरस के दिन कौन सा चीज खरीदने से महालक्ष्मी का घर में वास होता है
धनतेरस के दिन कौन सा चीज खरीदने से महालक्ष्मी का घर में वास होता है
धनतेरस के दिन कौन सा चीज खरीदने से महालक्ष्मी का घर में वास होता है
