
1. तुलसी पूजन मंत्र ईस प्रकार है
ॐ महाप्रसाद जननी सर्वसौभाग्यवर्धिनी।
आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोऽस्तुते॥
भावार्थ: हे तुलसी देवी, आप महाप्रसाद की जननी हैं, सभी प्रकार के सौभाग्य को बढ़ाने वाली हैं, आधि (मानसिक) और व्याधि (शारीरिक) रोगों को हरने वाली हैं। आपको मेरा नमन है।
2. तुलसी प्रणाम मंत्र
ॐ तुलस्यै नमः।
भावार्थ: तुलसी देवी को मेरा नमन।
3. सुख-समृद्धि के लिए तुलसी मंत्र
ॐ वृंदावन्यै च विद्महे वृंदा देवी च धीमहि।
तन्नो तुलसी प्रचोदयात्॥
भावार्थ: हम वृंदावन की देवी तुलसी का ध्यान करते हैं। वृंदा देवी हमें अच्छे कार्यों की प्रेरणा दें।
4. तुलसी विवाह मंत्र
ॐ तुलस्यै विद्महे विष्णु प्रियायै धीमहि।
तन्नो वृंदा प्रचोदयात