
गुरुवार को पीले वस्त्र पहनने का रहस्य
गुरुवार को पीले वस्त्र पहनने का रहस्य भारतीय संस्कृति, ज्योतिष और आध्यात्मिक परंपरा में गहराई से जुड़ा हुआ है। यह केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि रंगों की ऊर्जा और ग्रहों के प्रभाव से जुड़ा एक सूक्ष्म विज्ञान है।
🔶 गुरुवार और बृहस्पति ग्रह का संबंध:
- गुरुवार का संबंध बृहस्पति ग्रह (Jupiter) से होता है, जिसे देवगुरु कहा जाता है।
- बृहस्पति ग्रह ज्ञान, धर्म, धन, गुरु, शिक्षा, सदाचार और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है।
- यह ग्रह पीले रंग से संबंधित होता है, जो शुद्धता, पवित्रता और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है।
👗 गुरुवार को पीले वस्त्र पहनने के पीछे के मुख्य कारण:
- ग्रह को प्रसन्न करना:
पीला रंग बृहस्पति देव का प्रिय रंग है। गुरुवार को पीले वस्त्र पहनकर व्यक्ति बृहस्पति को प्रसन्न कर सकता है, जिससे उसका भाग्य प्रबल होता है। - आत्मिक और मानसिक शुद्धि:
पीला रंग मानसिक स्पष्टता, एकाग्रता और सकारात्मक सोच को बढ़ाता है। यह विद्यार्थियों, शिक्षकों और साधकों के लिए अत्यंत लाभकारी होता है। - धन और समृद्धि का आकर्षण:
बृहस्पति धन और सौभाग्य का कारक है। पीला वस्त्र पहनने से आर्थिक उन्नति में सहायता मिलती है। - शुभता और सौम्यता:
पीला रंग शांति और सौम्यता का प्रतीक है, जिससे व्यक्ति में शालीनता और मधुरता आती है।
🪔 गुरुवार के दिन क्या करें (अनुशंसाएँ):
- पीले वस्त्र पहनें।
- चने की दाल या पीले फूल बृहस्पति देव को अर्पित करें।
- केले के पेड़ की पूजा करें।
- “ॐ बृं बृहस्पतये नमः” मंत्र का जाप करें।
- ज़रूरतमंद को पीली वस्तु (हल्दी, चना, किताब आदि) दान करें।
कुछ वैकल्पिक रूप:
- “जब बृहस्पति देव की कृपा हो, तो दुर्भाग्य भी सौभाग्य में बदल जाता है।”
- “देवगुरु बृहस्पति की छाया में खिलता है भाग्य का फूल।”
- “बृहस्पति देव का आशीर्वाद, जीवन को बनाए सफल और समृद्ध।”
- “जिस पर हो बृहस्पति देव की कृपा, उसके लिए असंभव कुछ नहीं।”
- गुरुवार को पीले वस्त्र पहनने का रहस्य
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