
गणेश जी के 108 नामों का महात्म्य
🙏 श्री गणेश जी के 108 नामों का महात्म्य बहुत गहन और अद्भुत है। हर नाम उनकी किसी विशेष शक्ति, गुण और स्वरूप का परिचायक है। इन्हें श्रद्धा और विश्वास से जपने पर साधक को विविध प्रकार की सिद्धियाँ, शांति और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
10 नामों का महात्म्य:
- विघ्नहर्ता (विघ्नों का नाश करने वाले): जीवन से सभी बाधाएँ दूर करते हैं।
- सिद्धिविनायक (सिद्धि देने वाले): साधक की मनोकामनाएँ पूरी करते हैं।
- गजानन (गजमुख वाले): बुद्धि और विवेक प्रदान करते हैं।
- लम्बोदर (बड़ी तोंद वाले): धैर्य, सहनशीलता और संपन्नता का प्रतीक।
- वक्रतुंड (टेढ़े सूँड़ वाले): दुष्ट शक्तियों का नाश करने वाले।
- एकदंत (एक दाँत वाले): एकाग्रता और आत्मबल का दाता।
- विनायक (नेतृत्व देने वाले): सही मार्गदर्शन और सफलता दिलाते हैं।
- गणपति (गणों के अधिपति): समूह, परिवार और समाज में सुख-शांति लाते हैं।
- संकटनाशन (संकट दूर करने वाले): कठिन समय में रक्षा करते हैं।
- मंगलमूर्ति (शुभता का स्वरूप): घर-परिवार में मंगल और समृद्धि लाते हैं।
विशेष लाभ:
- 108 नामों का जप प्रातःकाल या गणेश चतुर्थी पर करने से मनुष्य के समस्त कष्ट दूर होते हैं।
- यह जप विद्या, बुद्धि, धन, स्वास्थ्य और समृद्धि प्रदान करता है।
- साधक के जीवन में आध्यात्मिक जागरण और आत्मबल का विकास होता है।
- ग्रह दोष, पितृ दोष और नकारात्मक ऊर्जाएँ भी दूर होती हैं।
- मनोवांछित कार्य सिद्ध होते हैं और जीवन में सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है।
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