श्रीमद्भगवद्गीता का पंद्रहवां अध्याय, जिसे “पुरुषोत्तम योग” कहा जाता है, अत्यंत गूढ़ और महत्वपूर्ण है। इसमें भगवान...
श्रीमद्भगवद्गीता का 13वाँ अध्याय “क्षेत्र-क्षेत्रज्ञ विभाग योग”
श्लोक 1-3: ज्ञान और सृष्टि का वर्णन श्लोक 1श्री भगवान ने कहा:“मैं अब तुझे उत्तम ज्ञान बताऊंगा,...
हनुमान जी की पूजा विधि में भक्ति, सरलता और श्रद्धा का विशेष महत्व होता है। यहाँ पर...