श्लोक 61 ईश्वरः सर्वभूतानां हृद्देशेऽर्जुन तिष्ठति।भ्रामयन्सर्वभूतानि यन्त्रारूढानि मायया।। हिंदी अर्थ:हे अर्जुन! ईश्वर सभी प्राणियों के हृदय में...
bhakti
भक्ति की भावना
"भक्ति की भावना" एक आध्यात्मिक मंच है, जहाँ श्रद्धा, विश्वास और प्रेम के माध्यम से ईश्वर से जुड़ने का मार्ग प्रशस्त किया जाता है। यह वेबसाइट भक्तों के लिए एक पवित्र स्थल है, जहाँ वे भजन, कीर्तन, मंत्र, धार्मिक लेख और प्रेरणादायक कथाओं के माध्यम से आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। हमारा उद्देश्य है लोगों को आंतरिक शांति, समर्पण और ईश्वर की निकटता का अनुभव कराना।
हमारी वेबसाइट पर आपको मिलेगा:
भक्तिपूर्ण भजन और आरती संग्रह
देवी-देवताओं से जुड़ी कथाएँ और व्रत कथाएँ
प्रेरणादायक संतवाणी और आध्यात्मिक लेख
त्योहारों की जानकारी और पूजन विधियाँ
रोज़ाना के लिए विशेष मंत्र और ध्यान तकनीकें
भक्ति की भावना, सिर्फ एक वेबसाइट नहीं, एक आध्यात्मिक यात्रा है — आत्मा से परमात्मा तक।
संतोषी माता की पूजा करने से व्यक्ति को कई प्रकार के लाभ मिलते हैं। यह पूजा मुख्य...
संतोषी माता की व्रत कथा हिंदी में पढ़ने और गाने के लिए, नीचे पूरी कथा दी जा...
जहाँ योगेश्वर कृष्ण हैं और जहाँ धनुषधारी अर्जुन हैं, वहीं श्री (समृद्धि), विजय, विभूति और अचल नीति...
बृहस्पतिवार का व्रत कथा का पाठ भगवान बृहस्पति को समर्पित है, जिन्हें ज्ञान, धन, सुख, और समृद्धि...
यहाँ श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय 18 के श्लोक 41 से 60 तक के श्लोक और उनके हिंदी अर्थ...
बृहस्पति व्रत विधि (Brihaspati Vrat Vidhi) बृहस्पति व्रत (गुरुवार का व्रत) भगवान विष्णु और बृहस्पति देव को...
मंगलवार का व्रत भगवान हनुमान और मंगल देव को समर्पित होता है। यह व्रत खासतौर पर समस्याओं,...
श्लोक 21 पृथक्त्वेन तु यज्ज्ञानं नानाभावान्पृथग्विधान्।वेत्ति सर्वेषु भूतेषु तज्ज्ञानं विद्धि राजसम्।। अर्थ:जो ज्ञान मनुष्य को यह अनुभव...
सूर्य देव को जल चढ़ाते समय कुछ खास नियमों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। अगर इन...
