
सुबह का मंत्र
सुबह के समय किए जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण प्रातःकालीन मंत्र (Morning Mantras) नीचे दिए गए हैं:
1. करदर्शन मंत्र (सुबह आँखें खोलते ही)
👉 “कराग्रे वसते लक्ष्मीः करमध्ये सरस्वती।
करमूले स्थितो ब्रह्मा प्रभाते करदर्शनम्॥”
🔹 अर्थ: मेरे हाथों के अग्रभाग में लक्ष्मी, मध्य में सरस्वती और मूल में ब्रह्मा विराजमान हैं। मैं सुबह इनका दर्शन करता हूँ।
2. पृथ्वी वंदना मंत्र (बिस्तर से उठने से पहले)
👉 “समुद्रवसने देवि पर्वतस्तनमंडले।
विष्णुपत्नी नमस्तुभ्यं पादस्पर्शं क्षमस्व मे॥”
🔹 अर्थ: हे माता पृथ्वी! आप समुद्रों के वस्त्र धारण करती हैं और पर्वत आपके स्तन के समान हैं। आप भगवान विष्णु की पत्नी हैं। मुझे क्षमा करें, क्योंकि मैं आपको स्पर्श कर रहा हूँ।
3. सूर्य नमस्कार मंत्र (सूर्य को जल चढ़ाने से पहले)
👉 “ॐ सूर्याय नमः”
👉 “ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः”
👉 “ॐ घृणिः सूर्याय आदित्याय नमः”
🔹 अर्थ: मैं सूर्य देव को नमन करता हूँ, जो ऊर्जा और प्रकाश के स्रोत हैं।
4. गणेश वंदना मंत्र (दिन की शुभ शुरुआत के लिए)
👉 “वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभः।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥”
🔹 अर्थ: हे गणेश जी! आपके बड़े शरीर और टेढ़े सूंड वाले स्वरूप से सूर्य के समान तेज प्रकट होता है। कृपया मेरे सभी कार्यों को निर्विघ्न रूप से पूरा करें।
5. गायत्री मंत्र (बुद्धि और ऊर्जा के लिए)
👉 “ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं।
भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्॥”
🔹 अर्थ: हम उस परम दिव्य सविता देव के प्रकाश को ध्यानपूर्वक धारण करें, जो हमारी बुद्धि को प्रेरित करें।
इन मंत्रों का सुबह उच्चारण करने से दिन शुभ और सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर रहता है। 🙏🌞✨ सुबह का मंत्र
16 सोमवार व्रत करते समय ध्यान दे
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