
शनिदेव के प्रकोप से बचने के उपाय:
1. हनुमान जी की आराधना:
- प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाएँ।
- “ॐ हनुमते नमः” मंत्र का जाप करें।
2. शनिवार के दिन विशेष पूजा:
- शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करें। इसे जल चढ़ाएँ और सरसों के तेल का दीपक जलाएँ।
- गरीबों को काला तिल, उड़द, लोहे के बर्तन, और काले कपड़े का दान करें।
3. शनि मंत्रों का जाप:
- शनिदेव के निम्न मंत्रों का जाप करें:
- “ॐ शं शनैश्चराय नमः” (कम से कम 108 बार)
- “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः”।
4. काले तिल और तेल का उपयोग:
- काले तिल और सरसों के तेल को जल में मिलाकर नहाएँ।
- लोहे के बर्तन में तेल भरकर उसमें अपना चेहरा देखें और इसे दान कर दें।
5. सदाचार और सेवा:
- अपने जीवन में सच्चाई, दया, और ईमानदारी का पालन करें।
- बुजुर्गों, गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें।
- शनि प्रकोप से बचने के लिए सेवा और परोपकार सबसे बड़ा उपाय है।
6. नीलम रत्न धारण करना:
- किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह लेकर नीलम रत्न धारण करें।
- इसे सही प्रक्रिया और शुभ मुहूर्त में धारण करें।
7. शनिवार के विशेष नियम:
- शनिवार को शराब, मांस, और अनैतिक कार्यों से बचें।
- काले रंग की चीजों का दान करें।
8. शनि के स्रोत: शनि आरती और स्तोत्र:
- शनि आरती और शनि स्तोत्र का पाठ नियमित रूप से करें। इससे शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
9. गाय, कौवे और कुत्ते को भोजन कराना:
- कुत्तों को रोटी खिलाएँ।
- कौवों को खिचड़ी और रोटी खिलाना शुभ माना जाता है।
- गाय को गुड़ और रोटी खिलाएँ।
इन उपायों को सच्चे मन और श्रद्धा के साथ करने से शनिदेव के प्रकोप से बचा जा सकता है और जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है।
शनिदेव के प्रकोप से बचने के उपाय:
शनिदेव के प्रकोप से बचने के उपाय: