
पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने की विधि:
पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने की विधि:
- स्नान और शुद्धता:
- सबसे पहले प्रातःकाल स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- शुद्धता बनाए रखें और मन को शांत करें।
- जल पात्र तैयार करें:
- एक साफ बर्तन (लोटा या कलश) लें।
- उसमें स्वच्छ जल भरें। यदि संभव हो तो गंगा जल मिलाएं।
- पूजन सामग्री:
- जल के साथ चावल, हल्दी, कुमकुम और फूल भी ले सकते हैं।
- जल चढ़ाने से पहले भगवान विष्णु या शिव का ध्यान करें क्योंकि पीपल का संबंध इनसे होता है।
- पीपल के पेड़ के पास जाएं:
- पीपल के पेड़ के पास जाकर उसके चारों ओर हल्दी-कुमकुम से तिलक करें।
- दीया जलाएं और अगरबत्ती लगाएं।
- जल चढ़ाना:
- धीरे-धीरे पेड़ की जड़ों में जल चढ़ाएं।
- मन ही मन भगवान से प्रार्थना करें और अपने मनोवांछित फल की कामना करें।
- मंत्र जाप:
- यदि आप मंत्र बोल सकते हैं तो “ॐ नमः शिवाय” या “ॐ विष्णवे नमः” का जाप करें।
- “पीपल महादेवाय नमः” का जाप भी कर सकते हैं।
- परिक्रमा करें:
- जल चढ़ाने के बाद पीपल के पेड़ की तीन या सात बार परिक्रमा करें।
- हाथ जोड़कर प्रणाम करें और धन्यवाद दें।
विशेष ध्यान:
- पीपल के पेड़ की पूजा और जल चढ़ाने का सबसे शुभ समय शनिवार या अमावस्या का दिन माना जाता है।
- शाम के समय पीपल की पूजा न करें, क्योंकि इसे अनुचित माना जाता है।
इस प्रकार आप श्रद्धा और विधि-विधान से पीपल के पेड़ पर जल चढ़ा सकते हैं।
पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने की विधि: