
संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत संकष्टी गणेश चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित एक महत्वपूर्ण उपवास (व्रत) है, जिसे हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी
नए साल में शुभता और समृद्धि के लिए पूजा और उपासना करना एक पवित्र और प्रेरणादायक कार्य हो सकता है। यह आपकी आस्था और परंपराओं पर निर्भर करता है। यहां कुछ सामान्य देवताओं की पूजा और उपाय दिए गए हैं जो नए साल की शुरुआत में की जा सकती है:
1. गणपति पूजा
- भगवान गणेश को विघ्नहर्ता और मंगलकर्ता माना जाता है।
- नए साल की शुरुआत में गणेश जी की पूजा करें और “ॐ गण गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें।
- उन्हें मोदक या लड्डू का भोग लगाएं।
2. लक्ष्मी-नारायण पूजा
- मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें।
- धन, समृद्धि और शांति के लिए लक्ष्मी नारायण की आराधना करें।
- “ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” मंत्र का जाप करें।
3. सूर्य देव की उपासना
- नए साल की सुबह सूर्य देव को अर्घ्य दें।
- “ॐ सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें।
- गुड़ और जल से अर्घ्य देना शुभ माना जाता है।
4. शिव पूजा
- भगवान शिव की आराधना करें।
- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
- जल, दूध और बेलपत्र अर्पित करें।
5. कुलदेवी या कुलदेवता की पूजा
- अपनी कुलदेवी या कुलदेवता की पूजा करें।
- यह पारिवारिक समृद्धि और कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है।
6. हनुमान जी की पूजा
- अगर आप ऊर्जा और साहस के लिए प्रेरणा चाहते हैं तो हनुमान जी की पूजा करें।
- “ॐ हनुमते नमः” या “श्री राम जय राम जय जय राम” मंत्र का जाप करें।
7. सरस्वती पूजा
- विद्या और ज्ञान के लिए मां सरस्वती की आराधना करें।
- “ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः” मंत्र का जाप करें।
अन्य सुझाव:
- दिया जलाना: घर के मुख्य द्वार पर और पूजा स्थल पर दीप जलाएं।
- संकल्प: नए साल के लिए शुभ संकल्प लें।
- दान: किसी गरीब या जरूरतमंद को दान देना शुभ होता है।
अपने मनोभाव और श्रद्धा से किसी भी देवता की पूजा करें, वह आपकी इच्छाओं को पूर्ण करने में सहायता करें
नए साल में शुभता और समृद्धि के लिए पूजा