रविवार को तांबे के लोटे से जल देने का महत्व
रविवार को सूर्य को जल देने के नियम और सावधानियाँ
रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित होता है। इस दिन सही विधि और नियमों के साथ जल अर्पण करने से विशेष फल प्राप्त होता है।
🌞 जल देने के नियम
- समय – सूर्योदय के समय ही जल अर्पित करें।
- दिशा – पूर्व दिशा की ओर मुख करके खड़े हों।
- पात्र – केवल तांबे के लोटे का प्रयोग करें।
- जल – स्वच्छ, साफ और शुद्ध जल लें।
- सामग्री – जल में लाल फूल, रोली या कुमकुम मिलाना शुभ होता है।
- स्थिति – खड़े होकर ही जल अर्पण करें।
- मंत्र – जल देते समय मंत्र जपें:
👉 ॐ घृणि सूर्याय नमः - भाव – मन को शांत रखकर श्रद्धा और विश्वास से जल दें।
⚠️ सावधानियाँ
- प्लास्टिक या लोहे के पात्र से जल न दें।
- जूते-चप्पल पहनकर सूर्य को जल न अर्पित करें।
- स्नान किए बिना जल न दें।
- सूर्य को जल देकर तुरंत पीठ न करें, पीछे की ओर हटें।
- सूर्य को बैठकर जल न दें।
- जल देते समय हँसी-मजाक या बातचीत न करें।
- रविवार को नमक और मांसाहार से परहेज करें।
- क्रोध, अहंकार या नकारात्मक सोच के साथ जल न दें।
✨ लाभ
- आत्मविश्वास और ऊर्जा में वृद्धि
- स्वास्थ्य और नेत्र ज्योति में सुधार
- मान-सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति
- कुंडली में सूर्य दोष की शांति
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