राम विवाहोत्सव कैसे मनाएँ? घर पर पूजा विधि और मंत्र
राम विवाहोत्सव, यानी भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह का पर्व, हिन्दू धर्म में बहुत महत्व रखता है। यह उत्सव वैशाख शुक्ल पक्ष की नवमी या चैत्र/अश्विन महीने के अनुसार मनाया जाता है, और इसे घर पर भी भव्य रूप से आयोजित किया जा सकता है। मैं आपको घर पर पूजा विधि और मंत्र सहित पूरी जानकारी देता हूँ।
1. तैयारी और सजावट
- स्थान चयन: घर में स्वच्छ स्थान चुनें, जहाँ पूजा की थाली, दीपक और तस्वीर/मूर्ति रखी जा सके।
- सजावट:
- रंगोली बनाएं।
- फूलों (जैसे गुलाब, मोगरा, केसरिया पुष्प) से मंडप या पूजा स्थान सजाएँ।
- नारियल, हल्दी, लाल कपड़े और मिठाइयों का इंतजाम करें।
- पूजा सामग्री:
- श्रीराम और माता सीता की मूर्ति या तस्वीर
- अक्षत (चावल), हल्दी, कुमकुम
- दीपक, धूप, अगरबत्ती
- पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, शक्कर)
- पुष्प और नैवेद्य (फल, मिठाई)
2. घर पर पूजा विधि
A. स्वच्छता और प्रारंभ
- पूजा स्थल को साफ करें।
- हाथ-पाँव धोकर और अच्छे कपड़े पहनकर पूजा प्रारंभ करें।
- दीपक जलाएं और भगवान को प्रणाम करें।
B. स्थापना और मंत्र जाप
- श्रीराम और माता सीता की मूर्ति/चित्र रखें।
- संकल्प लें – जैसे: “मैं श्रीराम और माता सीता के विवाहोत्सव का आयोजन कर रहा/रही हूँ। इस पूजा से हमारे घर में सुख, शांति और समृद्धि आए।”
- आरती और पूजा
- घी का दीपक जलाएँ
- धूप/अगरबत्ती करें
- पुष्प अर्पित करें
3. प्रमुख मंत्र
- श्रीराम मंत्र: “ॐ श्रीरामाय नमः”
- इसे 108 बार जप सकते हैं।
- सीता मंत्र: “ॐ सीतायै नमः”
- विवाह के लिए विशेष मंत्र: “श्री राम सीता हृषीकेश प्रियायाः मंगल विवाहाय नमः।”
- आरती के समय: “जय श्री राम, जय सीता माता, मंगल विवाह हो।”
4. विवाहोत्सव का आयोजन
- अगर परिवार बड़ा है, तो छोटा मंडप बना कर शादी का अनुकरण करें।
- हल्दी, मेहंदी, वरमाला आदि की प्रतीकात्मक क्रियाएँ कर सकते हैं।
- अंत में भोग अर्पण करें और सभी को प्रसाद दें।
5. पूजा के बाद
- परिवार और मित्रों को मिठाई और फल बाँटें।
- घर को साफ रखें और राम नाम का स्मरण करें।
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