
तुलसी पूजन में घी का दीपक या तेल का दीपक?
🌿 तुलसी पूजन में घी का दीपक या तेल का दीपक?
तुलसी पूजन में दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है। लेकिन यह प्रश्न अक्सर मन में आता है कि तुलसी माता के सामने घी का दीपक जलाना चाहिए या तेल का दीपक?
✅ घी का दीपक
- महत्व: घी का दीपक सबसे पवित्र माना जाता है।
- लाभ:
- घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
- लक्ष्मी माता की कृपा प्राप्त होती है।
- संतान और परिवार पर आने वाले संकट दूर होते हैं।
- घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
- विशेष: यदि संभव हो तो शाम को तुलसी के पास गाय के घी का दीपक जलाना श्रेष्ठ है।
✅ तेल का दीपक
- महत्व: जब घी उपलब्ध न हो तो तिल का तेल सबसे उत्तम माना जाता है।
- लाभ:
- घर से नकारात्मक शक्तियाँ दूर होती हैं।
- शनि दोष और पितृ दोष कम होता है।
- रोग-व्याधियाँ दूर होती हैं।
- विशेष: तुलसी पूजन में सरसों का तेल का दीपक जलाना वर्जित माना जाता है।
🌸 निष्कर्ष
- यदि संभव हो तो तुलसी माता के पास गाय के घी का दीपक जलाना सबसे श्रेष्ठ है।
- घी न मिलने पर तिल के तेल का दीपक जलाना शुभ रहता है।
- तुलसी पूजन में दीपक हमेशा संध्या समय (शाम को) जलाना चाहिए और दीपक बुझना नहीं चाहिए।
1. घी का दीपक
- घी का दीपक सबसे पवित्र माना जाता है।
- शास्त्रों में कहा गया है कि घी का दीपक जलाने से घर में सुख-समृद्धि और धनलाभ होता है।
- यह वातावरण को शुद्ध करता है और सकारात्मक ऊर्जा फैलाता है।
- विशेषकर गाय के दूध से बने घी का दीपक सबसे उत्तम माना गया है।
2. तेल का दीपक
- तिल के तेल का दीपक जलाना भी बहुत शुभ होता है।
- यह नकारात्मक शक्तियों और दोषों को दूर करता है।
- तेल का दीपक जलाने से दीर्घायु और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
- विशेषकर शनिवार और अमावस्या को तिल के तेल का दीपक अधिक फलदायी माना जाता है।
3. किसे चुनें?
- यदि आप समृद्धि, शांति और लक्ष्मी कृपा चाहते हैं तो घी का दीपक जलाएँ।
- यदि आप दोष निवारण, बुरी नजर और बाधाओं से मुक्ति चाहते हैं तो तिल के तेल का दीपक जलाना उत्तम है।
👉 इसलिए तुलसी पूजन में सामान्यतः घी का दीपक जलाना श्रेष्ठ माना गया है।
लेकिन यदि विशेष समस्या हो या दोष निवारण करना हो तो तिल के तेल का दीपक भी जला सकते हैं।
🌸 तुलसी पूजन में दीपक जलाने के लाभ
- घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
- परिवार में सद्भाव और प्रेम बढ़ता है।
- संतान पर आने वाले संकट दूर होते हैं।
- नकारात्मक ऊर्जा और दोष नष्ट होते हैं।
- पितृदोष और शनि दोष का प्रभाव कम होता है।
- घर में लक्ष्मी और विष्णु जी की कृपा बनी रहती है।
🌼 महत्व
- तुलसी माता को भगवान विष्णु की प्रिय माना गया है।
- संध्या समय दीपक जलाना माता लक्ष्मी और तुलसी माता दोनों को प्रसन्न करता है।
- यह कार्य घर में आध्यात्मिक वातावरण और पवित्रता लाता है।
- तुलसी के पास जलाया गया दीपक धन, स्वास्थ्य और सौभाग्य प्रदान करता है।
📖 शिक्षा (संदेश)
- दीपक जलाने से यह शिक्षा मिलती है कि अंधकार पर प्रकाश की विजय होती है।
- तुलसी माता की पूजा हमें प्रकृति और धर्म से जुड़ना सिखाती है।
- इससे परिवार में संयम, भक्ति और सकारात्मक सोच का विकास होता है।
🪔 विधि (स्टेप-बाय-स्टेप)
- सबसे पहले स्नान करके शुद्ध वस्त्र पहनें।
- तुलसी माता के पास थोड़ी गंगाजल या स्वच्छ जल छिड़कें।
- तुलसी माता को हल्दी, रोली, अक्षत और फूल अर्पित करें।
- अब तुलसी के पास गाय के घी का दीपक या तिल के तेल का दीपक जलाएँ।
- दीपक जलाते समय “ॐ तुलस्यै नमः” या “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जप करें।
- अंत में तुलसी माता की परिक्रमा करें (3 या 7 बार)।
पूजा सामग्री
- गाय का घी या तिल का तेल
- दीपक और बत्ती
- गंगाजल या स्वच्छ जल
- रोली (कुमकुम)
- हल्दी
- अक्षत (चावल)
- फूल और तुलसी पत्ते
- अगरबत्ती / धूप
✅ तुलसी पूजा करने के प्रमुख उपाय
- संध्या दीपक जलाएँ – हर रोज शाम को तुलसी के पास घी या तिल के तेल का दीपक जलाना शुभ माना जाता है।
- जल अर्पण करें – सुबह तुलसी माता को ताजे जल से स्नान कराएँ और शाम को दीपक के साथ जल अर्पण करें।
- तुलसी पत्ते तोड़ने का नियम – तुलसी के पत्ते कभी भी रविवार और संध्या समय नहीं तोड़ें।
- परिक्रमा करें – तुलसी माता की पूजा के बाद कम से कम 3 या 7 बार परिक्रमा अवश्य करें।
- मंत्र जप करें – दीपक जलाते समय “ॐ तुलस्यै नमः” या “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जप करना शुभ होता है।
- तुलसी दल अर्पित करें – भगवान विष्णु या श्रीकृष्ण को तुलसी पत्र चढ़ाना अनिवार्य है।
- तुलसी को छूते समय स्वच्छता – तुलसी को छूने से पहले हाथ-पाँव धोना चाहिए।
- तुलसी पर जल चढ़ाएँ – रोज़ाना तुलसी माता पर गंगाजल या शुद्ध जल चढ़ाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
- धूप-दीप अर्पण – दीपक के साथ धूप, अगरबत्ती या कपूर जलाना भी शुभ माना जाता है।
- तुलसी का स्थान – तुलसी का पौधा सदैव आँगन या घर की उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।
👉 इन उपायों से घर में सुख-समृद्धि, शांति और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है, और परिवार पर तुलसी माता तथा भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।
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