
सावन मास (श्रावण मास) की शुभ शुरुआत इस वर्ष 2025 में:
सावन मास प्रारंभ तिथि (उत्तर भारत के पंचांग अनुसार):
10 जुलाई 2025, गुरुवार से शुरू होगा।
समाप्ति तिथि:
9 अगस्त 2025, शनिवार को समाप्त होगा।
🪷 महत्वपूर्ण बातें:
- उत्तर भारत में पूर्णिमांत पंचांग मान्य है, इसलिए सावन 10 जुलाई से माना जाएगा।
- दक्षिण भारत में अमावस्या पंचांग के अनुसार यह तिथि अलग हो सकती है।
- सावन में हर सोमवार का व्रत विशेष फलदायक होता है, जिसे सावन सोमवार व्रत कहते हैं।
🕉️ पहला सावन सोमवार व्रत:
14 जुलाई 2025
🌿 सावन मास 2025 की शुरुआत और समापन तिथि:
सावन मास प्रारंभ (उत्तर भारत पंचांग अनुसार – पूर्णिमांत):
➡️ 10 जुलाई 2025, गुरुवार
सावन मास समाप्ति:
➡️ 9 अगस्त 2025, शनिवार
उत्तर भारत में सावन पूर्णिमा के अगले दिन से प्रारंभ होता है और श्रावण पूर्णिमा तक चलता है।
दक्षिण भारत में अमावस्यांत पंचांग चलता है, वहाँ तिथियाँ थोड़ी अलग हो सकती हैं।
🌙 सावन के सोमवार व्रत तिथियाँ (उत्तर भारत पंचांग अनुसार):
- पहला सावन सोमवार व्रत: 14 जुलाई 2025
- दूसरा सावन सोमवार व्रत: 21 जुलाई 2025
- तीसरा सावन सोमवार व्रत: 28 जुलाई 2025
- चौथा सावन सोमवार व्रत: 4 अगस्त 2025
कुछ सालों में पाँच सोमवार भी होते हैं, लेकिन 2025 में चार ही सोमवार आएँगे।
🌿 सावन मास का महत्व:
- सावन मास को भगवान शिव का प्रिय मास माना जाता है।
- इस माह में विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा, जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, व्रत, उपवास आदि किए जाते हैं।
- सावन सोमवार व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत कुंवारी कन्याओं के लिए उत्तम वर की प्राप्ति हेतु और विवाहित महिलाओं द्वारा परिवार सुख-समृद्धि हेतु रखा जाता है।
- इस माह में शिवलिंग पर जल, दूध, शहद, बेलपत्र, धतूरा, भस्म, गंगाजल आदि अर्पित करने से शिवजी विशेष प्रसन्न होते हैं।
🌸 सावन माह में मुख्य पूजन सामग्री:
- बेलपत्र (त्रिपत्री बेलपत्र अनिवार्य)
- गंगाजल
- कच्चा दूध
- शहद
- दही
- धतूरा, भांग
- चंदन
- भस्म
- फल-फूल
- सफेद वस्त्र
- पंचामृत (दूध, दही, शहद, शक्कर व घी का मिश्रण)
🕉️ सावन के विशेष पर्व एवं त्यौहार:
तिथि | पर्व का नाम |
---|---|
10 जुलाई 2025 | सावन मास प्रारंभ |
14 जुलाई 2025 | पहला सावन सोमवार व्रत |
16 जुलाई 2025 | प्रदोष व्रत (शुक्ल) |
20 जुलाई 2025 | गुरु पूर्णिमा |
21 जुलाई 2025 | दूसरा सावन सोमवार व्रत |
28 जुलाई 2025 | तीसरा सावन सोमवार व्रत |
30 जुलाई 2025 | प्रदोष व्रत (कृष्ण) |
4 अगस्त 2025 | चौथा सावन सोमवार व्रत |
9 अगस्त 2025 | सावन मास समाप्त, रक्षाबंधन (श्रावण पूर्णिमा) |
🧘♂️ सावन में प्रमुख धार्मिक कार्य:
- सावन सोमवार व्रत कथा का पाठ
- रुद्राभिषेक व महामृत्युंजय मंत्र का जाप
- शिवपुराण का श्रवण
- कांवड़ यात्रा: शिव भक्त गंगा जल लाकर शिवलिंग पर चढ़ाते हैं।
- घर में शिव चालीसा और रुद्राष्टक का पाठ भी अत्यंत शुभ होता है।
🌼 सावन में विशेष सावधानियाँ:
- तामसिक भोजन (मांस, मदिरा, लहसुन, प्याज) से परहेज करें।
- जल, दूध एवं पंचामृत से शिव का अभिषेक कर शांत मन से पूजा करें।
- व्रत में फलाहार, दूध, शाकाहारी भोजन का सेवन करें।
- गंगा जल, बेलपत्र व धतूरा का विशेष प्रयोग करें।
- किसी का अपमान न करें, मन व वचन से पवित्र रहें।
🌻 सावन सोमवार व्रत विधि (संक्षेप में):
- प्रातः स्नान कर सफेद वस्त्र धारण करें।
- शिवलिंग पर जल व पंचामृत से अभिषेक करें।
- बेलपत्र, धतूरा, भांग अर्पित करें।
- रुद्राष्टक, शिव चालीसा या महामृत्युंजय मंत्र का जप करें।
- व्रत कथा पढ़ें/सुनें।
- दिनभर व्रत रखें, संध्या के समय व्रत खोलें (फलाहार से)।
- सोमवार को दान-पुण्य भी करें।
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(श्रावण मास) की शुरुआत
(श्रावण मास) की शुरुआत