
शनि देव की कृपा प्राप्त करने का शक्तिशाली मंत्र
शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है। वे कर्मफल दाता हैं — जो जैसा कर्म करता है, उसे वैसा ही फल शनिदेव प्रदान करते हैं। शनि देव की कृपा से मनुष्य के जीवन में समृद्धि, सफलता, और आत्मिक शांति का वास होता है। परंतु यदि शनि रूष्ट हो जाएँ, तो जीवन में रुकावटें, कठिनाइयाँ और असफलताएं आती हैं। ऐसे में शनि मंत्र का जाप अत्यंत प्रभावशाली माना गया है।
🔮 शनि देव की कृपा प्राप्त करने वाला मुख्य बीज मंत्र
॥ ॐ शं शनैश्चराय नमः ॥
यह मंत्र छोटा होते हुए भी अत्यधिक प्रभावशाली है। यह शनिदेव को प्रसन्न करने का मूल बीज मंत्र है। इसका नियमित जाप जीवन में शुभ फल प्रदान करता है।
🌌 वेदों में वर्णित शनि स्तोत्र (ध्यान मंत्र)
नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्॥
इस श्लोक का उच्चारण शनिदेव के स्वरूप का ध्यान करके किया जाता है। यह मंत्र विशेष रूप से शनिवार को सूर्यास्त के समय पढ़ना श्रेष्ठ माना गया है।
🧘♂️ शनि मंत्र जाप की विधि
1. स्नान एवं शुद्धि
- शनिवार के दिन प्रातः ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें।
- काले या नीले वस्त्र धारण करें।
2. ध्यान और आसन
- शांत और स्वच्छ स्थान पर काले आसन पर बैठें।
- पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख रखें।
3. दीपक और पूजा सामग्री
- तांबे या मिट्टी के दीपक में सरसों का तेल भरें।
- दीपक को शनिदेव की मूर्ति/चित्र या पीपल वृक्ष के नीचे जलाएं।
- लोहे की कटोरी में तेल, काले तिल, काले कपड़े, नीला फूल आदि रखें।
4. मंत्र जाप संख्या
- जाप माला (रुद्राक्ष या काले हकीक की) से 108 बार “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें।
- ध्यान रखें कि जाप पूर्ण श्रद्धा और एकाग्रता से करें।
🪶 अन्य प्रभावशाली शनि मंत्र
🔷 शनि गायत्री मंत्र
ॐ कालनेमि नन्दनाय विद्महे
महाकायाय धीमहि
तन्नो मन्दः प्रचोदयात्॥
यह मंत्र शनि की उग्र शक्तियों को शांत करके सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है।
🔷 नवग्रह शांति मंत्र में शनि स्तुति
ॐ शनैश्चराय च नमः।
🌠 शनि दोष निवारण हेतु उपाय
उपाय | विवरण |
---|---|
पीपल पूजन | शनिवार को पीपल वृक्ष को जल दें, दीपक जलाएं और परिक्रमा करें। |
दान करना | काले तिल, काला कपड़ा, लोहा, सरसों का तेल, उड़द दाल का दान करें। |
हनुमान चालीसा | हनुमान जी की उपासना से भी शनि का कोप कम होता है। |
नीलम रत्न | ज्योतिषीय सलाह के बाद ही नीलम धारण करें। |
🌿 शनिदेव की पूजा में ध्यान रखने योग्य बातें
- कभी भी शनिदेव की सीधी आंखों में न देखें, उनकी प्रतिमा को तिरछी नजर से देखें।
- शनिदेव को लाल वस्त्र, सिंदूर, हल्दी आदि नहीं चढ़ाना चाहिए।
- शनिवार के दिन शराब, मांस आदि का सेवन पूरी तरह त्यागें।
- पीपल वृक्ष पर जल चढ़ाकर, उसकी सात बार परिक्रमा करें।
🌟 शनि कृपा से जीवन में होने वाले परिवर्तन
- व्यापार में उन्नति
- नौकरी में प्रमोशन
- कर्ज से मुक्ति
- शत्रु पर विजय
- मानसिक शांति एवं आत्मबल में वृद्धि
- संतान और वैवाहिक जीवन में सुधार
- दुर्भाग्य समाप्त होकर सौभाग्य की प्राप्ति
🙏 निष्कर्ष
शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए उनकी साधना, सेवा, दान और मंत्र जाप अत्यंत आवश्यक है। यदि श्रद्धा से प्रतिदिन अथवा शनिवार को नियमित रूप से “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप किया जाए, तो निश्चित ही शनि देव प्रसन्न होकर सभी संकटों का नाश करते हैं।
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कृपा प्राप्त करने का
कृपा प्राप्त करने का