
🪷 व्रत की तैयारी: सुबह स्नान करके साफ वस्त्र पहनें। व्रत का संकल्प लें। पूजा स्थान पर वट वृक्ष (या उसका चित्र) स्थापित करें। 🛐 पूजा सामग्री: रोली, हल्दी, अक्षत, फूल, धूप, दीप, जल, मौली, कच्चा सूत, फल, मिठाई। सावित्री-सत्यवान की मूर्ति या फोटो। 🔱 पूजा विधि: वट वृक्ष को जल चढ़ाएँ। रोली, हल्दी, अक्षत, फूल अर्पित करें। वट वृक्ष के चारों ओर सूत लपेटें (7, 11 या 21 बार) – परिक्रमा करें। सावित्री-सत्यवान की पूजा करें। कथा सुनें/पढ़ें – “सावित्री ने यमराज से अपने पति के प्राण वापस लिए।” दीप जलाकर आरती करें। पति को प्रणाम करके आशीर्वाद लें।
वट सावित्री व्रत 2025 में सोमवार, 26 मई को मनाया जाएगा। यह व्रत ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को रखा जाता है, जो इस वर्ष 26 मई को दोपहर 12:11 बजे से शुरू होकर 27 मई को सुबह 8:31 बजे तक रहेगी।
यहाँ व्रत की संपूर्ण पूजा विधि दी गई है:
🌿 व्रत पूर्व तैयारी:
- सूर्योदय से पूर्व स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- व्रत का संकल्प लें: “मैं (अपना नाम) अपने पति की दीर्घायु हेतु वट सावित्री व्रत का पालन कर रही हूँ।”
- पूजा के लिए आवश्यक सामग्री एकत्र करें: जल कलश, अक्षत (चावल), रोली, हल्दी, मौली, फल, मिठाई, जल पात्र, धूप-दीप, वट वृक्ष की डोरी (कच्चा सूत), सावित्री-सत्यवान की मूर्ति या चित्र आदि।वट सावित्री व्रत 2025 की पूजा विधि वट सावित्री व्रत 2025 की पूजा विधि
📅 तिथि:वर्ष 26 मई को दोपहर 12:11 बजे से शुरू होकर 27 मई को सुबह 8:31 बजे तक
🪷 व्रत की तैयारी:
- सुबह स्नान करके साफ वस्त्र पहनें।
- व्रत का संकल्प लें।
- पूजा स्थान पर वट वृक्ष (या उसका चित्र) स्थापित करें।
🛐 पूजा सामग्री:
- रोली, हल्दी, अक्षत, फूल, धूप, दीप, जल, मौली, कच्चा सूत, फल, मिठाई।
- सावित्री-सत्यवान की मूर्ति या फोटो।
🔱 पूजा विधि:
- वट वृक्ष को जल चढ़ाएँ।
- रोली, हल्दी, अक्षत, फूल अर्पित करें।
- वट वृक्ष के चारों ओर सूत लपेटें (7, 11 या 21 बार) – परिक्रमा करें।
- सावित्री-सत्यवान की पूजा करें।
- कथा सुनें/पढ़ें – “सावित्री ने यमराज से अपने पति के प्राण वापस लिए।”
- दीप जलाकर आरती करें।
- पति को प्रणाम करके आशीर्वाद लें।