
चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ रूपों की उपासना के रूप में मनाया जाता है। इस दौरान बहुत से लोग उपवास (व्रत) रखते हैं और सात्त्विक आहार का पालन करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के दौरान खान-पान में विशेष नियमों का पालन किया जाता है, ताकि शरीर और मन की शुद्धता बनी रहे। व्रत के नियमों का पालन करने से आत्मसंयम और आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है।
नवरात्रि में किन चीजों को नहीं खाना चाहिए?
1. अनाज और दालें (Cereals and Pulses)
- नवरात्रि के दौरान गेहूं, चावल, बाजरा, ज्वार, मक्का और अन्य अनाज का सेवन वर्जित माना जाता है।
- इसी तरह, दालों का भी सेवन नहीं किया जाता, क्योंकि इन्हें भारी और पूर्ण आहार माना जाता है।
- व्रत के दौरान हल्का और सुपाच्य भोजन करना बेहतर माना जाता है, जिससे पाचन तंत्र को आराम मिल सके।
2. लहसुन और प्याज (Garlic and Onion)
- हिंदू धर्म में लहसुन और प्याज को तामसिक भोजन की श्रेणी में रखा गया है, जिसका अर्थ है कि यह मानसिक अशांति और उत्तेजना को बढ़ा सकते हैं।
- सात्त्विक भोजन की परंपरा के अनुसार, नवरात्रि के दौरान मन और आत्मा की शुद्धता बनाए रखने के लिए इनसे परहेज किया जाता है।
3. मांस, मछली और अंडा (Non-Vegetarian Food)
- नवरात्रि के दौरान पूरी तरह से शाकाहारी भोजन करने की परंपरा है।
- मांस, मछली, अंडा जैसे भोजन तामसिक और राजसिक श्रेणी में आते हैं, जो आध्यात्मिक साधना में बाधा डाल सकते हैं।
- इसके बजाय, लोग फलाहार (फल और दूध आधारित आहार) को प्राथमिकता देते हैं।
4. नमक (Regular Salt)
- नवरात्रि व्रत में सामान्य नमक (सोडियम क्लोराइड) का उपयोग नहीं किया जाता।
- इसकी जगह सेंधा नमक (Rock Salt) का सेवन किया जाता है, जिसे प्राकृतिक और सात्त्विक माना जाता है।
5. मसालेदार और तली-भुनी चीजें (Spicy and Fried Food)
- अधिक तली-भुनी और मिर्च-मसालेदार चीजें व्रत के नियमों के अनुसार वर्जित होती हैं।
- इनसे शरीर में अम्लीयता (Acidity) बढ़ सकती है और पाचन तंत्र प्रभावित हो सकता है।
- हल्के, सुपाच्य और उबले हुए या कम तेल में बने व्यंजन खाने की सलाह दी जाती है।
6. अल्कोहल और तंबाकू (Alcohol and Tobacco)
- किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नवरात्रि के दौरान वर्जित माना जाता है।
- धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से यह अनुचित माना जाता है, क्योंकि यह मन को अशांत करता है।
- संयम और शुद्धता बनाए रखने के लिए इनसे पूरी तरह बचना चाहिए।
7. पैक्ड और प्रोसेस्ड फूड (Packed and Processed Food)
- बाजार में उपलब्ध पैकेज्ड फूड जैसे बिस्किट, ब्रेड, नमकीन, चिप्स और अन्य प्रोसेस्ड फूड नवरात्रि के दौरान नहीं खाए जाते।
- इनमें प्रिजर्वेटिव्स और कई बार अनाज या अन्य वर्जित पदार्थ होते हैं, जो व्रत के नियमों के अनुकूल नहीं होते।
व्रत में क्या खा सकते हैं?
जो लोग व्रत रखते हैं, वे विशेष रूप से फलाहार या उपवास में खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। इसमें शामिल हैं:
✅ साबुदाना (Tapioca Pearls)
✅ सिंघाड़े और कुट्टू का आटा (Water Chestnut and Buckwheat Flour)
✅ राजगिरा (Amaranth)
✅ आलू, शकरकंद (Potatoes, Sweet Potatoes)
✅ दूध, दही, पनीर (Milk, Curd, Cottage Cheese)
✅ मखाने, मूंगफली, सूखे मेवे (Fox Nuts, Peanuts, Dry Fruits)
✅ ताजे फल और जूस (Fresh Fruits and Juices)
निष्कर्ष:
नवरात्रि केवल उपवास का पर्व नहीं, बल्कि आत्मसंयम, शुद्धता और आत्मचिंतन का अवसर भी है। सही खान-पान अपनाने से शरीर स्वस्थ रहता है और मन को भी शांति मिलती है। इसलिए, नवरात्रि के दौरान सात्त्विक और हल्के आहार का पालन करना लाभकारी होता है।
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