
9 अगस्त 2025 की स्नान दान की पूर्णिमा
स्नान दान की पूर्णिमा” — जिसे हम आमतौर पर श्रावण शुक्ल पूर्णिमा या नौ मई पूर्णिमा के नाम से जानते हैं।
तिथि और पंचांग:
- 9 अगस्त 2025 को श्रावण शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा है — यह वही दिन है जब पूर्णिमा चंद्रमा दिखाई देगा।
- इस पूर्णिमा का पारंपरिक नाम है “Sturgeon Moon” या भारत में श्रावण पूर्णिमा जिसे भक्तिपूर्ण अनुष्ठानों के लिए माना जाता है। चंद्रमा की पूर्णता अमेरिका में 3:55 AM (EDT) पर हुई, जो GMT में लगभग 07:55 पर थी।
धार्मिक महत्त्व:
- श्रावण पूर्णिमा के रूप में यह तिथि विशेष पुण्य और सैकड़ों लोगों द्वारा स्नान दान और पूजा-अर्चना के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है।
- यह दिन रक्षाबंधन के रूप में भी मनाया जाता है, जो बंधुत्व और रक्षा के प्रतीक हैं।
सारांश टेबल
विवरण | जानकारी |
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दिनांक | 9 अगस्त 2025 (शनिवार) |
पंचांग | श्रावण शुक्ल पूर्णिमा (श्रावण पूर्णिमा) |
चंद्र-दर्शन समय | करीब 3:55 AM EDT (मध्यरात्रि से थोड़ी देर बाद) |
धार्मिक महत्त्व | स्नान, दान, पूजा-पाठ, रक्षाबंधन आदि |
9 अगस्त 2025 की स्नान दान पूर्णिमा को अलग-अलग परंपराओं में अलग नामों से जाना जाता है:
- श्रावण पूर्णिमा – उत्तर भारत में इसे इसी नाम से पुकारा जाता है और गंगा, यमुना या पवित्र नदियों में स्नान, दान और पूजा का विशेष महत्व है।
- नारियल पूर्णिमा – पश्चिमी और दक्षिण भारत के समुद्र तट क्षेत्रों में मछुआरे समुद्र की पूजा करते हैं और नारियल अर्पित करते हैं।
- रक्षाबंधन – भाई-बहन का पर्व, जिसमें राखी बांधी जाती है।
- बलिपूर्णिमा – महाराष्ट्र और गोवा में इसे बलि राजा की पूजा के साथ जोड़ा जाता है।
- शरवन पूनम – गुजरात में इसे इस नाम से पुकारा जाता है और कच्छ में विशेष मेले लगते हैं।
9 अगस्त 2025 की श्रावण पूर्णिमा (स्नान दान की पूर्णिमा) के दिन स्नान, दान और पूजा के साथ मंत्र-जप का विशेष महत्व बताया गया है।
🌿 स्नान दान की पारंपरिक विधि
- प्रातः ब्रह्ममुहूर्त में उठकर पवित्र नदी, तालाब या घर के गंगाजल मिश्रित जल से स्नान।
- स्नान के समय गंगा स्तुति या स्नान मंत्र का उच्चारण।
- स्नान के बाद पीत वस्त्र धारण कर विष्णु, शिव या इष्टदेव का पूजन।
- तिल, चावल, वस्त्र, फल और दक्षिणा का दान।
🕉 स्नान मंत्र
स्नान करते समय:
ॐ गंगे च यमुने चैव गोदावरी सरस्वति।
नर्मदे सिंधु कावेरी जलेऽस्मिन् सन्निधिं कुरु॥
🕉 दान मंत्र
दान देते समय:
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय।
या
अयं मे जलदानस्य पुण्यो भागो भवतु।
🕉 श्रावण पूर्णिमा विशेष जप मंत्र
- शिव भक्तों के लिए
ॐ नमः शिवाय॥
- विष्णु भक्तों के लिए
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय॥
ॐ नमः नारायणाय॥
शुक्रवार के दिन भूल कर भी न करे यह काम नहीं तो घर बर्बाद हो जाएगा