
16 सोमवार व्रत पूजा विधि (पूरे 16 सोमवार तक पालन करने के लिए) भगवान शिव की आराधना का एक पवित्र तरीका है। यह विधि सरल और फलदायी मानी जाती है।
16 सोमवार व्रत पूजा विधि (पूरे 16 सोमवार तक पालन करने के लिए) भगवान शिव की आराधना का एक पवित्र तरीका है। यह विधि सरल और फलदायी मानी जाती है। यहां विस्तृत पूजा विधि दी गई है:
1. व्रत का संकल्प
- प्रातः जल्दी उठें और स्नान कर साफ वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थल साफ करें और शिवलिंग या शिव प्रतिमा के समक्ष बैठकर व्रत का संकल्प लें:
“ॐ नमः शिवाय। मैं भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने हेतु 16 सोमवार व्रत का संकल्प करता/करती हूं। कृपया मेरी मनोकामना पूर्ण करें।”
2. पूजन सामग्री
- शिवलिंग या भगवान शिव की प्रतिमा
- जल और गंगाजल
- पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, और चीनी)
- बेलपत्र (3 पत्तों वाला)
- सफेद फूल (आक का फूल विशेष है)
- चावल (अक्षत)
- धूप, दीपक
- रुद्राक्ष की माला
- फल और मिठाई (प्रसाद के लिए)
16 सोमवार व्रत पूजा विधि
3. पूजा विधि
(i) अभिषेक
- सबसे पहले शिवलिंग को जल और गंगाजल से स्नान कराएं।
- फिर पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, और चीनी) से अभिषेक करें।
- अंत में पुनः गंगाजल से शिवलिंग को धो लें।
(ii) अर्पण
- शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाएं। ध्यान रखें कि बेलपत्र टूटा हुआ या खराब न हो।
- चावल (अक्षत) चढ़ाएं।
- सफेद फूल अर्पित करें।
- दीपक और धूप जलाएं।
(iii) मंत्र जाप
- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- यदि आप महामृत्युंजय मंत्र जानते हैं, तो उसका जाप करें।
महामृत्युंजय मंत्र:
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।।”
(iv) कथा श्रवण
- सोमवार व्रत कथा पढ़ें या सुनें। इसमें भगवान शिव और माता पार्वती की कथा होती है।
(v) आरती
- शिवजी की आरती करें (जैसे “जय शिव ओंकारा”)।
- सभी परिवारजनों के साथ आरती करें और भगवान को धन्यवाद दें।
(vi) प्रसाद वितरण
- पूजा के अंत में भगवान को चढ़ाए गए फल और मिठाई का प्रसाद सभी को बांटें।
4. व्रत के नियम
- इस दिन फलाहार या एक बार हल्का भोजन करें।
- ब्रह्मचर्य और सात्विकता का पालन करें।
- क्रोध, झूठ, और अन्य बुरे कर्मों से बचें।
- हर सोमवार नियमपूर्वक व्रत और पूजा करें।
5. 16वें सोमवार पर उद्यापन
- 16वें सोमवार को विशेष पूजा और हवन करें।
- ब्राह्मणों को भोजन कराएं और दक्षिणा दें।
- शिवजी को विशेष भोग लगाकर प्रार्थना करें।
महत्व
- इस व्रत से भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है।
- विवाह, धन, स्वास्थ्य, और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
- भगवान शिव की कृपा से जीवन में शांति और खुशहाली आती है।
आप इसे श्रद्धा और भक्ति से करें, निश्चित रूप से फल मिलेगा। 😊 16 सोमवार व्रत पूजा विधि
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