
16 सोमवार व्रत करने की संपूर्ण विधि
🌿 सोलह सोमवार व्रत करने की विधि
1. व्रत का संकल्प
- सबसे पहले सोमवार के दिन प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- भगवान शिव और माता पार्वती का ध्यान करके व्रत का संकल्प लें – “मैं भगवान शिव की कृपा पाने हेतु 16 सोमवार का व्रत करूंगा/करूंगी।”
2. पूजन सामग्री
- बेलपत्र
- जल एवं गंगाजल
- दूध, दही, शहद, घी, शक्कर (पंचामृत)
- अक्षत (चावल)
- धूप, दीपक, कपूर
- फूल (विशेषकर सफेद और पीले)
- मौसमी फल, मिष्ठान्न
- रौली (कुमकुम), चंदन
- सुपारी, लौंग
- श्रीफल (नारियल)
3. पूजा विधि
- घर के पवित्र स्थान या शिव मंदिर में शिवलिंग स्थापित करें या मंदिर जाएँ।
- शिवलिंग पर गंगाजल और स्वच्छ जल से अभिषेक करें।
- दूध, दही, शहद, घी, शक्कर से पंचामृत तैयार करके अभिषेक करें।
- बेलपत्र, धतूरा, भांग, पुष्प अर्पित करें।
- अक्षत, रोली, चंदन से पूजा करें।
- धूप-दीप जलाकर आरती करें।
- भगवान शिव और माता पार्वती को फल और मिष्ठान्न अर्पित करें।
4. व्रत का नियम
- व्रतकर्ता को पूरे दिन संयमित रहना चाहिए।
- सुबह से शाम तक उपवास करके शिवजी का ध्यान करें।
- यदि संभव हो तो जल उपवास या फलाहार करें।
- सायंकाल पुनः शिवलिंग की पूजा करके शिवजी की आरती करें।
- व्रत का पारण (समापन) सायंकाल प्रसाद ग्रहण करके करें।
5. विशेष बातें
- 16 सोमवार तक लगातार व्रत करना आवश्यक है।
- इस दौरान सदाचार का पालन करें, झूठ न बोलें, क्रोध से बचें।
- शिव मंत्र का जप करें – “ॐ नमः शिवाय”।
- व्रत पूरा होने पर अष्टमी या पूर्णिमा को ब्राह्मण को भोजन कराएँ और दान-दक्षिणा दें।
🌸 16 सोमवार व्रत करने के लाभ
- विवाह में आ रही बाधाएँ दूर होती हैं।
- दांपत्य जीवन सुखमय बनता है।
- अविवाहित कन्याओं को योग्य वर की प्राप्ति होती है।
- संतान प्राप्ति की कामना पूरी होती है।
- जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
- सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
🌿 16 सोमवार व्रत का धार्मिक महत्व
- भगवान शिव-पार्वती की कृपा प्राप्ति
सोलह सोमवार व्रत का उल्लेख पुराणों में है। माना जाता है कि इस व्रत से भगवान शिव और माता पार्वती प्रसन्न होकर व्रतकर्ता की सभी मनोकामनाएँ पूरी करते हैं। - विवाह संबंधी बाधाओं का निवारण
अविवाहित युवतियों के लिए यह व्रत अत्यंत फलदायी है। मान्यता है कि इस व्रत से योग्य और मनचाहा जीवनसाथी मिलता है, जैसा माता पार्वती को भगवान शिव का वर प्राप्त हुआ। - दांपत्य जीवन में सुख-शांति
विवाहित स्त्री-पुरुष इस व्रत को करके अपने वैवाहिक जीवन को सुखी और मधुर बनाते हैं। इससे आपसी प्रेम और विश्वास बढ़ता है। - संतान प्राप्ति
संतान सुख की प्राप्ति के लिए भी इस व्रत का विशेष महत्व है। मान्यता है कि श्रद्धा से व्रत करने पर भगवान शिव-पार्वती की कृपा से संतान प्राप्त होती है। - धन-समृद्धि और उन्नति
16 सोमवार का व्रत जीवन में सुख, शांति और समृद्धि लाता है। इससे परिवार में खुशहाली और उन्नति बनी रहती है। - पापों का नाश
शिवपुराण के अनुसार, इस व्रत से पूर्व जन्मों के पाप नष्ट होते हैं और आत्मा शुद्ध होती है। - मोक्ष की प्राप्ति
भगवान शिव को मोक्षदाता कहा गया है। सोलह सोमवार का व्रत करने से व्यक्ति को सांसारिक दुखों से मुक्ति और अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है।
16 सोमवार व्रत करने की संपूर्ण विधि
16 सोमवार व्रत करने की संपूर्ण विधि
👉 कुल मिलाकर, सोलह सोमवार व्रत सिर्फ भौतिक सुख-संपत्ति ही नहीं देता, बल्कि यह आत्मिक शांति और आध्यात्मिक उत्थान का मार्ग भी खोलता है।
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