
हनुमान जी की पूजा में कौन सा फूल चढ़ाना चाहिए
हनुमान जी की पूजा भारत सहित कई देशों में श्रद्धा और विश्वास के साथ की जाती है। वे “चिरंजीवी” (अमर) माने जाते हैं और संकटों से मुक्ति देने वाले देवता के रूप में पूजे जाते हैं। हनुमान जी की पूजा में कुछ विशेष नियम, वस्तुएँ और फूलों का विशेष महत्व होता है।
🌸 हनुमान जी की पूजा में फूलों का महत्व
🔴 1. लाल फूल (Red Flowers)
हनुमान जी को लाल रंग अत्यंत प्रिय है। यह रंग शक्ति, वीरता और ऊर्जा का प्रतीक होता है, जो कि हनुमान जी की महाशक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। पूजा में लाल फूल अर्पण करना हनुमान जी को अत्यंत प्रिय होता है।
✅ प्रमुख लाल फूल:
- लाल गुलाब: प्रेम, भक्ति और शक्ति का प्रतीक।
- गुड़हल (Hibiscus): शक्तिशाली फूल, विशेष रूप से लाल रंग का।
- लाल कनेर: सुंदरता और भक्ति का प्रतीक।
- लाल चमेली: इस फूल का उपयोग अक्सर चमेली के तेल के साथ होता है, जो हनुमान जी को विशेष रूप से प्रिय है।
🌼 अन्य फूल जो चढ़ाए जा सकते हैं:
फूल का नाम | विशेषता |
---|---|
केवड़ा | इसकी सुगंध दिव्य मानी जाती है |
कनेर (पीला/लाल) | सौम्यता और पवित्रता का प्रतीक |
पलाश | होली और अन्य पर्वों में विशेष महत्व |
हरसिंगार (शेफाली) | शांत और मधुर सुगंध |
❌ ये फूल हनुमान जी को न चढ़ाएं:
- तुलसी के पत्ते: तुलसी माता भगवान विष्णु को अर्पित की जाती हैं, हनुमान जी को नहीं।
- नारियल का फूल या गंधहीन फूल: हनुमान जी की पूजा में तेज गंध वाले फूलों का ही प्रयोग करें।
🙏 हनुमान जी की पूजा विधि (विस्तार में)
📅 पूजन के शुभ दिन:
- मंगलवार और शनिवार को हनुमान जी की पूजा विशेष रूप से की जाती है।
- पूर्णिमा, अमावस्या, और हनुमान जयंती भी पूजन के लिए श्रेष्ठ दिन होते हैं।
🛕 पूजन सामग्री:
सामग्री | महत्व |
---|---|
लाल फूल | हनुमान जी को प्रिय |
चमेली का तेल | संकटमोचन रूप को प्रसन्न करता है |
सिंदूर | विशेष रूप से नारायण सिन्दूर |
नारियल | पूर्णता और समर्पण का प्रतीक |
धूप, दीप | शुद्धता और प्रकाश का प्रतीक |
लाल वस्त्र | श्रद्धा और वीरता का संकेत |
हनुमान चालीसा/संकट मोचन स्तोत्र | पाठ करने से कृपा मिलती है |
🔱 पूजन विधि (Step-by-Step):
- प्रातः स्नान कर शुद्ध वस्त्र पहनें, विशेषकर लाल या भगवा रंग।
- हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र को स्वच्छ स्थान पर रखें।
- जल और गंगाजल से उन्हें स्नान कराएँ (यदि प्रतिमा हो)।
- सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें।
🌺 Tip: सिंदूर में चमेली का तेल मिलाकर हनुमान जी के चरणों में लगाना बहुत शुभ होता है। - फूलों की माला या ताजे फूल अर्पण करें।
- हनुमान चालीसा, बजरंग बाण, संकटमोचन स्तोत्र, या सुंदरकांड का पाठ करें।
- प्रसाद में गुड़-चना, लड्डू, या मीठा पान अर्पित करें।
- आरती करें और अंत में सभी को प्रसाद वितरित करें।
🔮 हनुमान जी की पूजा से लाभ:
- भय, भूत-प्रेत बाधा और शत्रु बाधा से मुक्ति।
- मानसिक बल और आत्मविश्वास की वृद्धि।
- कार्यों में सफलता और मनोवांछित फल की प्राप्ति।
- शनि और मंगल ग्रह की अनुकूलता।
📖 महत्वपूर्ण मंत्र:
हनुमान जी के लिए फूल चढ़ाते समय यह मंत्र बोल सकते हैं:
“ॐ हं हनुमते नमः पुष्पं समर्पयामि।”
📌 संक्षेप में सुझाव:
- हर मंगलवार/शनिवार को लाल फूल और चमेली का तेल अर्पण करें।
- सिंदूर और हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें।
- फूलों को ताजगी और शुद्धता के साथ अर्पित करें।
हनुमान व्रत और बजरंग बाण का पाठ
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