
सूर्य पूजा विधि (मंगलवार के लिए) सूर्य पूजा मंगलवार के दिन विशेष रूप से की जाती है क्योंकि यह दिन भगवान हनुमान और सूर्य देव से जुड़ा होता है।
सूर्य पूजा मंगलवार के दिन विशेष रूप से की जाती है क्योंकि यह दिन भगवान हनुमान और सूर्य देव से जुड़ा होता है। 2025 में, यदि आप मंगलवार को सूर्य पूजा करना चाहते हैं, तो यहां एक सरल विधि दी गई है:
सूर्य पूजा विधि (मंगलवार के लिए)
- स्नान और शुद्धि: सुबह जल्दी उठें और स्नान कर लें। स्वच्छ वस्त्र पहनें। पूजा के लिए शुद्ध और शांत स्थान का चयन करें।
- सूर्य को अर्घ्य दें:
- तांबे के लोटे में साफ जल भरें।
- उसमें थोड़ा लाल चंदन, गुड़, और लाल फूल डालें।
- सूर्योदय के समय पूर्व दिशा की ओर मुख करके खड़े हों और जल चढ़ाते हुए “ॐ सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें।
- सूर्य देव की पूजा:
- लाल रंग का वस्त्र और लाल फूल सूर्य देव को अर्पित करें।
- गुड़ या गुड़ से बनी मिठाई का भोग लगाएं।
- दीपक जलाएं और “आदित्य हृदय स्तोत्र” का पाठ करें। यदि यह संभव न हो, तो “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- विशेष प्रार्थना: अपनी इच्छाओं और परिवार की सुख-समृद्धि के लिए सूर्य देव से प्रार्थना करें।
- दान: मंगलवार को दान करना बहुत शुभ माना जाता है। लाल वस्त्र, तांबा, गुड़, गेहूं, या मसूर दाल का दान करें।
सूर्य पूजा का महत्व
- सूर्य पूजा से ऊर्जा, स्वास्थ्य और आत्मविश्वास मिलता है।
- सूर्य देव को नवग्रहों के राजा माना जाता है, उनकी कृपा से जीवन में सकारात्मकता आती है।
- मंगल दोष को शांत करने और कर्ज़ से छुटकारा पाने के लिए यह पूजा विशेष रूप से प्रभावी होती है।
https://www.bhaskar.com/news/surya-pooja-vidhi-on-chhath-01279703.html
सूर्य पूजा विधि (मंगलवार के लिए)
सूर्य पूजा विधि (मंगलवार के लिए)