
सूर्य को अर्घ्य दें:
रविवार को सूर्य देव की पूजा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, स्वास्थ्य, सफलता और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। इसे करने का सही तरीका इस प्रकार है:
सूर्य देव की पूजा विधि:
- स्नान और शुद्धता:
- सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें।
- साफ और शुद्ध वस्त्र धारण करें।
- सूर्य को अर्घ्य दें:
- तांबे के लोटे में जल लें।
- उसमें लाल फूल, अक्षत (चावल), गुड़ या शक्कर डालें।
- पूर्व दिशा में मुख करके सूर्य को अर्घ्य दें और मंत्र बोलें:
“ॐ घृणिः सूर्याय नमः”
- मंत्र जाप:
- सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें:
- “ॐ सूर्याय नमः” (108 बार)
- “ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः”
- सूर्य देव के मंत्रों का जाप करें:
- सूर्य चालीसा और आरती:
- सूर्य चालीसा का पाठ करें।
- सूर्य देव की आरती करें।
- विशेष उपाय:
- गुड़, गेहूं और लाल वस्त्र का दान करें।
- तांबे के बर्तन में जल पिएं।
- रविवार को नमक रहित भोजन करें (यदि संभव हो)।
सूर्य पूजा के लाभ:
✅ स्वास्थ्य में सुधार होता है।
✅ आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता बढ़ती है।
✅ सरकारी नौकरी या उच्च पदों पर सफलता मिलती है।
✅ सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
सूर्य देव की पूजा विधि एवं लाभ
पूजा विधि:
- स्नान एवं शुद्धता – प्रातः काल जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- सूर्य को अर्घ्य दें – तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, गुड़ एवं चावल डालकर सूर्य देव को अर्पित करें।
- मंत्र जाप – “ॐ घृणिः सूर्याय नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- सूर्य चालीसा एवं आरती – सूर्य चालीसा पढ़ें और सूर्य देव की आरती करें।
- विशेष उपाय – गेहूं, गुड़, लाल वस्त्र एवं तांबे का दान करें।
सूर्य पूजा के लाभ:
✅ स्वास्थ्य लाभ – नेत्र, हृदय एवं त्वचा संबंधी रोगों में सुधार।
✅ आत्मविश्वास वृद्धि – मानसिक शांति एवं निर्णय लेने की क्षमता में वृद्धि।
✅ सफलता एवं मान-सम्मान – सरकारी कार्यों में सफलता, करियर में उन्नति एवं मान-सम्मान बढ़ता है।
✅ सकारात्मक ऊर्जा – जीवन में उत्साह, ऊर्जा एवं भाग्य में वृद्धि होती है।
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