
सावन में ये सब्जी भूलकर भी न खाये नहीं तो व्रत टूट जाएगा
सावन (श्रावण) मास हिंदू पंचांग का पाँचवाँ महीना होता है और यह भगवान शिव को समर्पित होता है। यह पूरा महीना भक्ति, व्रत, संयम और सात्विक जीवनशैली को समर्पित होता है। विशेष रूप से शिवभक्त सोमवार के दिन व्रत रखते हैं, जिसे “सावन सोमवार व्रत” कहा जाता है।
इस दौरान व्रत करने वाले श्रद्धालु खान-पान, आचरण और दिनचर्या में बहुत संयम बरतते हैं ताकि उनकी भक्ति में कोई कमी न आए और व्रत टूटे नहीं।
❌ सावन में किन चीज़ों से परहेज करना चाहिए (भूलकर भी न खाएं):
1. 🧅 प्याज और 🧄 लहसुन
- कारण: यह दोनों वस्तुएँ तामसिक भोजन की श्रेणी में आती हैं।
- धार्मिक कारण: तामसिक भोजन से मन में आलस्य, क्रोध, वासना और असंयम बढ़ता है, जो व्रत की भावना के विपरीत है।
- परिणाम: व्रत की सात्विकता भंग होती है, जिससे व्रत अधूरा माना जा सकता है।
2. 🍆 बैंगन (और कभी-कभी भिंडी भी)
- कारण: बैंगन को अशुद्ध और रोग पैदा करने वाला माना गया है।
- धार्मिक मान्यता: यह अक्सर कीड़ों से भरा हो सकता है, और सावन में वातावरण में अधिक नमी होने के कारण इसमें कीड़े लगने की संभावना अधिक होती है।
- परिणाम: इसे खाने से व्रत की पवित्रता पर प्रश्नचिन्ह लग सकता है।
3. 🍖 मांसाहारी भोजन (मांस, मछली, अंडा)
- कारण: यह पूरी तरह से तामसिक भोजन है।
- धार्मिक नियम: सावन में शिवभक्त शुद्ध शाकाहारी भोजन करते हैं। मांस भक्षण को शिवभक्ति और व्रत के खिलाफ माना गया है।
- परिणाम: मांसाहार करने से व्रत निष्फल हो सकता है।
4. 🍄 मशरूम
- कारण: मशरूम गीली और सड़ी-गली जगहों पर उगता है, और इसे सात्विक नहीं माना जाता।
- धार्मिक दृष्टिकोण: यह भी तामसिक प्रकृति का है।
- परिणाम: व्रत में इसका सेवन वर्जित होता है।
5. 🌽 भारी/तैलीय व मसालेदार भोजन
- कारण: इससे शरीर में गर्मी और एसिडिटी बढ़ती है, जिससे व्रत के दौरान थकान या चिड़चिड़ापन हो सकता है।
- आध्यात्मिक पहलू: संयम का अभ्यास मुख्य उद्देश्य है, अतः ऐसे खाद्य पदार्थ भक्ति और ध्यान में विघ्न डालते हैं।
6. 🧀 किण्वित और भारी दुग्ध उत्पाद (जैसे पनीर, चीज़)
- कारण: कुछ पंथों में इसे भारी और पचने में कठिन माना जाता है।
- विशेष परंपराएँ: वैष्णव या शैव परंपराओं में, भारी भोजन से बचाव को प्राथमिकता दी जाती है।
✅ सावन व्रत में क्या खाएं (सात्विक आहार की सूची):
🥣 अनाज के विकल्प (व्रत के लिए):
- सामा के चावल (Barnyard millet)
- साबूदाना (Sago)
- राजगिरा (Amaranth)
- कुट्टू का आटा (Buckwheat flour)
- सिंघाड़े का आटा (Water chestnut flour)
🥔 सब्जियाँ जो खाई जा सकती हैं:
- आलू
- शकरकंद (Sweet Potato)
- लौकी (Bottle Gourd)
- ककड़ी/खीरा
- कद्दू (Pumpkin)
🧂 नमक:
- सिर्फ सेंधा नमक (Sendha Namak) का प्रयोग करें। सामान्य नमक (सादा नमक) वर्जित होता है।
🥛 दुग्ध उत्पाद:
- दूध, दही, मख्खन, घी आदि को सेवन किया जा सकता है। लेकिन संयम में।
🍎 फल:
- सभी प्रकार के मौसमी फल सेवन करें – जैसे केला, सेब, अमरूद, पपीता, अनार आदि।
⚠️ कुछ अन्य सावधानियाँ:
- व्रत के दौरान दिनभर जल या फलाहार पर रहें।
- क्रोध, झूठ, विवाद और अहंकार से बचें।
- संयमित जीवनशैली और पूजा-पाठ में अधिक समय बिताएं।
- व्रत खोलने के बाद हल्का और सात्विक भोजन करें।
🙏 सारांश (संक्षेप में):
खाने योग्य चीजें | परहेज योग्य चीजें |
---|---|
साबूदाना, समा चावल, सेंधा नमक | लहसुन, प्याज, बैंगन |
आलू, लौकी, कद्दू | मांसाहार, मशरूम |
दूध, दही, फल | तैलीय/मसालेदार खाना |
https://www.bhaktikibhavna.com
व्रत टूट जाएगा
व्रत टूट जाएगा