शनि व्रत से दूर होंगी सारी बाधाएं
हिंदू धर्म में शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है। वे कर्मों के अनुसार फल देने वाले देवता हैं, जो व्यक्ति के जीवन में आने वाली रुकावटों, दुखों और कष्टों का निवारण करते हैं। यदि किसी की कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैया या शनि दोष चल रहा हो, तो शनिवार को शनि व्रत करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है।
इस व्रत को श्रद्धा और नियमपूर्वक करने से जीवन की अनेक समस्याओं से मुक्ति मिलती है। शनि व्रत करने से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं, स्वास्थ्य में सुधार आता है और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
शनि व्रत की प्रमुख बातें:
- व्रत शनिवार को रखा जाता है।
- इस दिन सूर्योदय से पहले उठकर स्नान कर काले वस्त्र धारण करें।
- पीपल के पेड़ की पूजा करें और उसके नीचे दीपक जलाएं।
- शनि मंत्र “ॐ शं शनैश्चराय नमः” का 108 बार जाप करें।
- काले तिल, काले कपड़े और लोहे का दान करना शुभ होता है।
- व्रत के दिन सात्विक आहार लें और झूठ न बोलें।
शनि व्रत से होने वाले प्रमुख लाभ (फायदे):
शनि देव का व्रत यदि श्रद्धा, नियम और विधिपूर्वक किया जाए, तो इसके कई आध्यात्मिक, मानसिक और भौतिक लाभ होते हैं। नीचे शनि व्रत से मिलने वाले मुख्य लाभ बताए गए हैं:
🌟 1. शनि दोष का निवारण
शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या कुंडली में शनि के अशुभ प्रभाव से परेशान लोगों को इस व्रत से राहत मिलती है।
🙏 2. शनि देव की कृपा प्राप्त होती है
व्रत करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को न्याय, अनुशासन और मेहनत के बल पर सफलता मिलती है।
🧘 3. मानसिक शांति और स्थिरता
व्रत और पूजा से तनाव, चिंता और भय दूर होते हैं। व्यक्ति को आत्मविश्वास और मानसिक मजबूती मिलती है।
💼 4. नौकरी और व्यवसाय में सफलता
व्यापार में हानि, नौकरी में रुकावटें या प्रमोशन में देरी जैसी समस्याएं दूर होती हैं।
💰 5. ऋण और आर्थिक समस्याओं से मुक्ति
कर्ज़ से परेशान व्यक्ति को आर्थिक स्थिरता प्राप्त होती है और आय के नए साधन बनते हैं।
❤️ 6. पारिवारिक कलह और रिश्तों में सुधार
घर-परिवार में शांति आती है, झगड़े-मुटाव समाप्त होते हैं और आपसी समझ बढ़ती है।
🚫 7. बुरी दृष्टि और नकारात्मक शक्तियों से रक्षा
यह व्रत बुरी नजर, टोटका या नकारात्मक ऊर्जा से बचाव करता है।
🛡️ 8. न्याय और सच्चाई की विजय
शनि देव न्यायप्रिय हैं। व्रत करने वाले को अन्याय से छुटकारा मिलता है और उसे न्याय की प्राप्ति होती है।
📿 9. आत्मिक विकास और आध्यात्मिक प्रगति
शनि व्रत व्यक्ति को संयम, अनुशासन और धर्म के मार्ग पर ले जाता है।
🌌 10. संचित कर्मों का शुद्धिकरण
इस व्रत से व्यक्ति के बुरे कर्मों का प्रभाव कम होता है और उसे अच्छे कर्मों का फल मिलने लगता है।
शनि व्रत से दूर होंगी
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