
शनि दोष से मुक्ति
साणिदेव (शनि देव) के मंत्र का जाप करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है और शनि दोष से मुक्ति मिलती है। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण शनि मंत्र दिए गए हैं:
1. शनि बीज मंत्र
🔹 “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।”
2. शनि महामंत्र
🔹 “ॐ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।”
3. शनि गायत्री मंत्र
🔹 “ॐ कृष्णांगाय विद्महे, रविपुत्राय धीमहि।
तन्नो मंदः प्रचोदयात्।।”
4. शनि पीड़ा नाशक मंत्र
🔹 “ॐ शनैश्चराय नमः।।”
इन मंत्रों का नियमित रूप से जाप करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में शांति और समृद्धि आती है।
शनि जयंती या शनिवार के दिन इनका जाप विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है। 🙏
शनि देव के मंत्रों के जाप से कई लाभ मिलते हैं, खासकर उन लोगों को जो शनि की साढ़ेसाती, ढैया, या शनि दोष से प्रभावित होते हैं। नियमित रूप से शनि मंत्रों का जाप करने से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
शनि मंत्रों के लाभ:
- शनि दोष से मुक्ति – अगर कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में है तो मंत्र जाप से राहत मिलती है।
- साढ़ेसाती और ढैया का प्रभाव कम होता है – जीवन में आने वाली बाधाएं, कठिनाइयाँ और देरी कम होती है।
- कर्मों का सुधार – शनि कर्मफल दाता हैं, मंत्र जाप से अच्छे कर्मों की प्रेरणा मिलती है।
- आर्थिक समस्याओं में राहत – कर्ज, धन हानि और अस्थिरता दूर होती है।
- स्वास्थ्य में सुधार – गठिया, हड्डियों और नसों की समस्याओं में लाभ मिलता है।
- करियर और व्यवसाय में सफलता – प्रमोशन, बिज़नेस ग्रोथ और कार्यक्षेत्र में उन्नति होती है।
- शत्रु और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा – मंत्र जाप से बुरी नजर, नकारात्मक शक्तियाँ और शत्रु परेशान नहीं करते।
- मानसिक शांति और धैर्य – तनाव, डर और मानसिक अस्थिरता दूर होती है।
कब और कैसे करें मंत्र जाप?
✅ शनिवार को या रोज़ सुबह/शाम कम से कम 108 बार जाप करें।
✅ काले तिल, सरसों के तेल का दीपक जलाकर शनि देव को अर्पित करें।
✅ पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर जाप करें तो अधिक लाभ होता है।
✅ काले रंग के वस्त्र धारण करें और अहिंसा का पालन करें।
शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए सच्चे मन और संयम के साथ मंत्रों का जाप करें। जय शनिदेव! 🙏