
शनि देव का प्रकोप कैसे नहीं लगता शनि देव का प्रकोप कैसे नहीं लगता है।
पहला उपाय
“शनि देव का प्रकोप कैसे नहीं लगता है।” शनि देव को एक न्यायप्रिय देवता माना जाता है, जो व्यक्ति के कर्मों के आधार पर उसे फल देते हैं। उनके प्रकोप से बचने और उनकी कृपा पाने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
1. सच्चाई और न्याय के मार्ग पर चलें:
- शनि देव को सच्चाई और न्याय के प्रतीक माना जाता है। इसलिए हमेशा ईमानदारी से काम करें और दूसरों के साथ न्याय करें।
2. शनिवार का उपवास:
- शनिवार को उपवास रखने और शनि देव की पूजा करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है।
3. शनि चालीसा और मंत्र का जाप:
- शनि चालीसा का पाठ करें और “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें। यह मंत्र शनि देव को प्रसन्न करने का एक प्रभावी माध्यम है।
4. दान-पुण्य करें:
- जरूरतमंदों को भोजन, काले तिल, काले कपड़े, लोहे की चीज़ें, तेल और जूते-चप्पल दान करें। यह शनि के प्रभाव को कम करने में मदद करता है।
5. पीपल के वृक्ष की पूजा:
- शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करें और उसकी जड़ में जल चढ़ाएं। शाम को सरसों के तेल का दीपक जलाना भी शुभ माना जाता है।
6. हनुमान जी की पूजा:
- शनि देव, हनुमान जी से प्रभावित रहते हैं। हनुमान चालीसा का पाठ करें और उनके मंदिर में जाकर पूजा करें।
7. नीला और काला रंग:
- शनिवार को नीले या काले रंग के वस्त्र पहनें। यह शनि की सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
8. कर्म सुधारें:
- अपने कर्म को सुधारें और दूसरों को नुकसान न पहुंचाएं। शनि देव अच्छे कर्म करने वालों को प्रोत्साहित करते हैं और बुरे कर्म करने वालों को सज़ा देते हैं।
9. ज्योतिषीय सलाह:
- यदि आपकी कुंडली में शनि की दशा या साढ़ेसाती चल रही है, तो किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लें और उनकी अनुशंसित उपाय अपनाएं।
इन उपायों को करने से शनि देव का प्रकोप कम होता है और उनकी कृपा प्राप्त होती है।
शनि देव का प्रकोप आपके कर्मों और व्यवहार से संबंधित होता है। वे न्यायप्रिय देवता हैं, जो व्यक्ति के अच्छे और बुरे कर्मों के आधार पर फल देते हैं। यदि आप चाहते हैं कि शनि देव का प्रकोप आप पर न लगे, तो निम्नलिखित बातों का पालन करें:
1. अच्छे कर्म करें
- सच्चाई और ईमानदारी का पालन करें।
- दूसरों की मदद करें और किसी का अनावश्यक नुकसान न करें।
- अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन करें।
2. शनिदेव की पूजा और ध्यान
- शनिवार के दिन शनि देव की पूजा करें।
- शनि मंत्र का जाप करें:
“ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः”
या
“ॐ शं शनैश्चराय नमः” - शनि चालीसा का पाठ करें और उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करें।
3. शनिवार का उपवास और दान
- शनिवार को उपवास रखें।
- जरूरतमंदों को काले तिल, लोहे के बर्तन, सरसों का तेल, काले कपड़े, और जूते दान करें।
- गरीब और भूखे लोगों को भोजन कराएं।
4. हनुमान जी की पूजा
- शनि देव हनुमान जी के भक्तों से प्रसन्न रहते हैं।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें और मंगलवार व शनिवार को हनुमान मंदिर जाएं।
- “राम नाम” का जाप करें।
5. पीपल के पेड़ की सेवा
- शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करें।
- उसकी जड़ों में जल चढ़ाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
6. ज्योतिषीय उपाय
- यदि शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव है, तो किसी अनुभवी ज्योतिषी से परामर्श लें।
- नीलम रत्न धारण करने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह लें।
7. विनम्रता और संयम
- अहंकार और क्रोध से बचें।
- सभी के साथ विनम्रता से पेश आएं और शांति बनाए रखें।
8. नकारात्मक आदतों से बचें
- झूठ, छल-कपट, चोरी, और अन्य गलत कामों से बचें।
- नशा और बुरी संगत से दूर रहें।
शनि देव का प्रकोप अच्छे कर्मों और सही आचरण से टाला जा सकता है। याद रखें, शनि देव बुरे कर्मों की सजा और अच्छे कर्मों का फल देने वाले देवता हैं। उनकी पूजा और ईमानदारी से किया गया प्रयास हमेशा सकारात्मक परिणाम देता है।
https://www.livehindustan.com/astrology/story-shani-upay-shaniwar-upay-8578529.html
शनि देव का प्रकोप कैसे नहीं लगता
शनि देव का प्रकोप कैसे नहीं लगता