
शुभ मुहूर्त: राखी बांधने का उत्तम समय
राखी बांधने की समग्र अवधि:
सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक।
विशेष रूप से पूर्वाह्न (Aparahna) समय सबसे अधिक शुभ माना जाता है:
- Aparahna (दोपहर बाद): लगभग 1:41 PM से 2:54 PM तक — यह समय सबसे उत्तम माना जाता है
- यदि Aparahna समय छुट जाए, तो Pradosh काल (शाम का समय) भी स्वीकार्य है।
📌 ध्यान दें: समय कुछ स्रोतों में हल्के अंतर के साथ दिखा है (उदा. 6:03 AM–2:54 PM या 6:04 AM–1:25 PM), लेकिन इनमें से अधिकांश मान्य समय-अंतर लगभग ऊपर बताए अनुसार मेल खाते हैं।
🛑 भद्र (Bhadra Kaal) से कैसे बचें?
भद्र का समय अवधि उस समय को कहते हैं जिसे धार्मिक दृष्टि से अशुभ माना गया है।इस दौरान राखी बांधना टाला जाता है।
- भद्र का समय: 8 अगस्त से शुरू होकर 9 अगस्त की सुबह तक रहता है – ऐसा माना गया कि 8 अगस्त से दोपहर 1:52 AM (रात) तक भद्रा समाप्त हो गया है, और 9 अगस्त के दिन सुबह से फिर भद्रा नहीं था
- इस वर्ष (2025) भद्रा समाप्त हो चुका था, इसलिए दिन का सारा शुभ समय (5:47 AM onwards) उपलब्ध था—अर्थात, कोई भद्रा का प्रभाव नहीं था।
👉 निष्कर्ष:
- सुबह 5:47 AM से पहले के समय के दौरान बाँधना ठीक है लेकिन सुनिश्चित करें कि भद्रा समाप्त हो चुका हो (जो इस वर्ष सुबह से ही समाप्त था)।
- दोपहर 1:24–1:52 PM के बीच भी कोई भद्राशाप नहीं था; इस समय से पहले बाँधना सबसे सुरक्षित रहा।
🧧 ध्यान रखने योग्य बातें
- तीन गांठों की राखी: पारंपरिक रूप से राखी में तीन गांठ (ब्राह्मा, विष्णु और महेश को समर्पित) बांधी जाती है। यह त्रिदेवों के आशीर्वाद का प्रतीक समझा जाता है।
- पांंचांग की जाँच: खासकर अगर आप शहर‑विशिष्ट समय चाहते हैं, तो DrikPanchang.com जैसी विश्वसनीय वेबसाइट से अपने स्थान के अनुसार रियल‑टाइम मुहूर्त देखना उचित है।
- पांचक और अन्य दोष: यदि पांचक जैसी किसी दोष अवधि में हो, तो उसे भी पूजा से पहले आई‑वाइज होना बुद्धिमानी है।
🗓️ सारांश तालिका
विषय | विवरण |
---|---|
राखी तारिख | शनिवार, 9 अगस्त 2025 (श्रावण पौर्णिमा) |
राखी बांधने की अवधि | सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक |
सबसे शुभ समय (Aparahna) | दोपहर 1:41 PM से 2:54 PM तक |
भद्र काल | इस वर्ष सुबह से समाप्त (शुभ समय उपलब्ध) |
अन्य ध्यान (गांठ आदि) | तीन गांठ, प्रेडोस समय, पंचांग जाँच |
🎉 इस प्रकार, 9 अगस्त, 2025 को सुबह से दोपहर तक का समय—विशेषकर 1:41 PM से 2:54 PM—राखी बांधने के लिए अत्यधिक शुभ माना जाता है, और भद्रा की कोई बाधा इस वर्ष नहीं है।