रविवार को सूर्य देव को जल अर्पण करने के विशेष लाभ
रविवार को सूर्य देव को जल अर्पण करना विशेष रूप से शुभ और फलदायी माना जाता है। यह दिन सूर्य देव को समर्पित होता है और इस दिन किया गया अर्घ्य (जल अर्पण) व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ प्रदान करता है। नीचे रविवार को सूर्य देव को जल चढ़ाने के विशेष लाभ दिए गए हैं:
🌞 रविवार को सूर्य को जल चढ़ाने के विशेष लाभ:
- स्वास्थ्य में सुधार:
सूर्य देव को जल चढ़ाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और त्वचा संबंधी रोगों में लाभ होता है। यह रक्त संचार को भी बेहतर करता है। - ऊर्जा और आत्मविश्वास में वृद्धि:
सुबह सूर्य की किरणों से व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे आत्मविश्वास और मानसिक स्थिरता बढ़ती है। - नेत्रों की रोशनी में सुधार:
सूर्य की ओर जल अर्पित करते समय उसकी किरणें आंखों पर पड़ती हैं, जिससे नेत्रज्योति (दृष्टि) बढ़ती है। - मानसिक तनाव में कमी:
यह क्रिया ध्यान और साधना जैसी होती है। इससे मानसिक शांति मिलती है और चिंता कम होती है। - भाग्य में प्रबलता:
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य ग्रह मजबूत होने से भाग्य बलवान होता है, और जीवन में सफलता प्राप्त होती है। - सरकारी नौकरी और उच्च पद की प्राप्ति:
सूर्य को मजबूत करने से प्रशासनिक कार्यों में सफलता मिलती है, जिससे सरकारी नौकरी या उच्च पद प्राप्त करने में सहायता मिलती है। - पितृ दोष और ग्रह दोष से मुक्ति:
रविवार को सूर्य को जल अर्पित करने से पितृ दोष और सूर्य से संबंधित दोषों का शमन होता है। - धन और मान-सम्मान की प्राप्ति:
सूर्य राजसिक ग्रह है। इसे प्रसन्न करने से धन, यश और सम्मान की प्राप्ति होती है। - कर्म में सुधार और आलस्य से छुटकारा:
सूर्य कर्म और अनुशासन का प्रतीक है। इसे अर्घ्य देने से व्यक्ति में कर्मठता और अनुशासन आता है। - आभा (Aura) और व्यक्तित्व में निखार:
सूर्य तेजस्विता का प्रतीक है। इसकी कृपा से चेहरे पर आभा और आकर्षण आता है।
🌅 जल अर्पण की संक्षिप्त विधि (रविवार को):
- प्रातः सूर्योदय से पहले उठें, स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- तांबे के लोटे में जल लें, उसमें थोड़ा लाल चंदन, रोली या लाल फूल डालें।
- पूर्व दिशा की ओर मुख करके खड़े हों और “ॐ घृणि सूर्याय नमः” मंत्र बोलते हुए जल अर्पण करें।
- जल धीरे-धीरे अर्पित करें ताकि सूर्य की किरणें जल के माध्यम से दिखाई दें।
