रविवार को तांबे के लोटे से जल देने का महत्व
रविवार को तांबे के लोटे से सूर्य को जल देने का महत्व
हिंदू धर्म में रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है। इस दिन तांबे के लोटे से जल अर्पण करना विशेष रूप से फलदायी माना गया है। इसके पीछे धार्मिक, ज्योतिषीय और वैज्ञानिक तीनों कारण बताए गए हैं।
🌞 धार्मिक महत्व
- तांबा सूर्य से संबंधित धातु मानी जाती है।
- तांबे के लोटे से जल देने पर सूर्य देव शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
- यह कर्म आत्मबल, तेज और यश प्रदान करता है।
🔯 ज्योतिषीय महत्व
- कुंडली में सूर्य कमजोर हो तो यह उपाय अत्यंत लाभकारी होता है।
- सरकारी नौकरी, प्रशासन, राजनीति और नेतृत्व से जुड़े लोगों के लिए विशेष शुभ।
- पितृ दोष और मान-सम्मान से जुड़ी समस्याओं में सहायक।
🔬 वैज्ञानिक महत्व
- तांबे में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं।
- तांबे के पात्र में रखा जल शरीर के लिए लाभकारी माना जाता है।
- सूर्य की किरणों के संपर्क में आने से जल और अधिक ऊर्जावान होता है।
🌼 जल देने की विधि (संक्षेप में)
- तांबे के लोटे में शुद्ध जल लें
- उसमें लाल फूल, रोली या कुमकुम मिलाएँ
- पूर्व दिशा की ओर मुख करके खड़े हों
- सूर्य को जल अर्पण करते समय मंत्र जपें:
ॐ घृणि सूर्याय नमः
⚠️ सावधानियाँ
- प्लास्टिक या लोहे के पात्र का प्रयोग न करें
- जूते-चप्पल पहनकर जल न दें
- जल अर्पण खड़े होकर ही करें
✨ लाभ
- आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि
- नेत्र और हृदय स्वास्थ्य में सुधार
- समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति
- सूर्य दोष से मुक्ति
हनुमान चालीसा पाठ एवं विस्तृत पूजा विधि
