
महाकुंभ 2025 में अमृत स्नान (शाही स्नान) महाकुंभ में अमृत स्नान का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन तिथियों पर पवित्र नदियों
महाकुंभ 2025 में अमृत स्नान (शाही स्नान) की तिथियां और उनके शुभ मुहूर्त निम्नलिखित हैं:
- मकर संक्रांति (प्रथम अमृत स्नान): 14 जनवरी 2025, मंगलवार
- अमृत स्नान का महापुण्यकाल: सुबह 9:03 बजे से 10:48 बजे तक
- पुण्यकाल: सुबह 9:03 बजे से शाम 5:46 बजे तक
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:27 बजे से 6:21 बजे तक
- मौनी अमावस्या (द्वितीय अमृत स्नान): 29 जनवरी 2025, बुधवार
- अमावस्या तिथि प्रारंभ: 28 जनवरी 2025 को शाम 7:35 बजे
- अमावस्या तिथि समाप्त: 29 जनवरी 2025 को शाम 6:05 बजे
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 5:25 बजे से 6:18 बजे तक
- प्रातः सन्ध्या: सुबह 5:51 बजे से 7:11 बजे तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 2:22 बजे से 3:05 बजे तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 5:55 बजे से 6:22 बजे तक
- बसंत पंचमी (तृतीय अमृत स्नान): 3 फरवरी 2025, सोमवार
- शुभ मुहूर्त: ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
महाकुंभ में अमृत स्नान का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन तिथियों पर पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। स्नान के लिए ब्रह्म मुहूर्त का समय अत्यंत शुभ माना जाता है। स्नान के पश्चात दान-पुण्य और धार्मिक अनुष्ठानों का भी विशेष महत्व है।
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महाकुंभ 2025 में अमृत स्नान (शाही स्नान)