भगवान गणेश को प्रसन्न करने की पूजा विधि
भगवान श्री गणेश को प्रसन्न करने के लिए सरल और शुद्ध भाव से की गई पूजा अत्यंत फलदायी मानी जाती है। नीचे गणेश पूजा की विधि क्रमबद्ध रूप में दी गई है:
🌼 श्री गणेश पूजा विधि
🔸 1. पूजा की तैयारी
- प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें
- पूजा स्थान को साफ करें
- चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएँ
- गणेश जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें
🔸 2. संकल्प लें
हाथ में जल, अक्षत और पुष्प लेकर मन में पूजा का संकल्प करें।
🔸 3. आवाहन (गणेश जी का आह्वान)
मंत्र बोलें:
“ॐ गं गणपतये नमः”
गणेश जी को अपने पूजा स्थान पर विराजमान होने का निवेदन करें।
🔸 4. स्नान और शुद्धि
- मूर्ति पर जल, गंगाजल या पंचामृत अर्पित करें
- फिर स्वच्छ जल से स्नान कराएँ
🔸 5. वस्त्र और श्रृंगार
- लाल या पीले वस्त्र अर्पित करें
- चंदन, रोली और अक्षत लगाएँ
🔸 6. पुष्प और दुर्वा अर्पण
- लाल फूल (विशेषकर गुड़हल) चढ़ाएँ
- 21 दुर्वा अवश्य अर्पित करें (गणेश जी को अत्यंत प्रिय)
🔸 7. भोग अर्पण
- मोदक, लड्डू, मिठाई, फल आदि अर्पित करें
- साथ में जल या दूध रखें
🔸 8. धूप-दीप
- धूप और घी का दीपक जलाएँ
🔸 9. मंत्र जाप और आरती
मंत्र जाप करें (कम से कम 108 बार):
“ॐ गं गणपतये नमः”
फिर आरती करें:
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा…
🔸 10. क्षमा प्रार्थना और विसर्जन
पूजा में हुई भूलों के लिए क्षमा माँगें और आशीर्वाद प्राप्त करें।
🌟 विशेष उपाय (जल्दी प्रसन्न करने हेतु)
- बुधवार या चतुर्थी को पूजा करें
- गणेश चतुर्थी और संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखें
- पूजा में तुलसी न चढ़ाएँ (गणेश जी को तुलसी प्रिय नहीं)
भगवान श्री गणेश को प्रसन्न करने के लिए सरल और शुद्ध भाव से की गई पूजा अत्यंत फलदायी मानी जाती है। नीचे गणेश पूजा की विधि क्रमबद्ध रूप में दी गई है:
🌼 श्री गणेश पूजा विधि
🔸 1. पूजा की तैयारी
- प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें
- पूजा स्थान को साफ करें
- चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएँ
- गणेश जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें
🔸 2. संकल्प लें
हाथ में जल, अक्षत और पुष्प लेकर मन में पूजा का संकल्प करें।
🔸 3. आवाहन (गणेश जी का आह्वान)
मंत्र बोलें:
“ॐ गं गणपतये नमः”
गणेश जी को अपने पूजा स्थान पर विराजमान होने का निवेदन करें।
🔸 4. स्नान और शुद्धि
- मूर्ति पर जल, गंगाजल या पंचामृत अर्पित करें
- फिर स्वच्छ जल से स्नान कराएँ
🔸 5. वस्त्र और श्रृंगार
- लाल या पीले वस्त्र अर्पित करें
- चंदन, रोली और अक्षत लगाएँ
🔸 6. पुष्प और दुर्वा अर्पण
- लाल फूल (विशेषकर गुड़हल) चढ़ाएँ
- 21 दुर्वा अवश्य अर्पित करें (गणेश जी को अत्यंत प्रिय)
🔸 7. भोग अर्पण
- मोदक, लड्डू, मिठाई, फल आदि अर्पित करें
- साथ में जल या दूध रखें
🔸 8. धूप-दीप
- धूप और घी का दीपक जलाएँ
🔸 9. मंत्र जाप और आरती
मंत्र जाप करें (कम से कम 108 बार):
“ॐ गं गणपतये नमः”
फिर आरती करें:
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा…
🔸 10. क्षमा प्रार्थना और विसर्जन
पूजा में हुई भूलों के लिए क्षमा माँगें और आशीर्वाद प्राप्त करें।
🌟 विशेष उपाय (जल्दी प्रसन्न करने हेतु)
- बुधवार या चतुर्थी को पूजा करें
- गणेश चतुर्थी और संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखें
- पूजा में तुलसी न चढ़ाएँ (गणेश जी को तुलसी प्रिय नहीं)
