
बुधवार को गणेश जी को चढ़ाएं यह भोग और पाएं शुभ फल
बुधवार को “बुद्ध ग्रह” का दिन माना जाता है, और गणेश जी को बुद्धि, विवेक, निर्णय शक्ति, वाणी और व्यापार के अधिष्ठाता देवता माना गया है।
गणपति ‘बुद्धि दाता’ हैं – अतः बुद्ध ग्रह को संतुलित करने और बुध दोष को शांत करने के लिए गणेश जी की पूजा का विशेष विधान है।
🍽️ बुधवार को गणेश जी को चढ़ाए जाने वाले विशेष भोग (प्रसाद)
1. मोदक (Modak) – सबसे प्रिय भोग
- विवरण: यह गणेश जी का सबसे प्रिय पकवान है। इसे चावल के आटे, नारियल, गुड़ और घी से बनाया जाता है।
- प्रकार: स्टीम मोदक (उकडीचे मोदक), तले हुए मोदक, सूखे नारियल के मोदक।
- आध्यात्मिक लाभ: सुख-शांति, विद्या, समृद्धि और मन की शुद्धि मिलती है।
2. बेसन के लड्डू / तिल के लड्डू
- विवरण: बेसन, घी और शक्कर से बने लड्डू; तिल और गुड़ से बने लड्डू भी खास माने जाते हैं।
- मान्यता: लड्डू प्रसन्नता और शुभता के प्रतीक हैं।
- लाभ: गणेश जी के आशीर्वाद से लक्ष्मी की प्राप्ति और विघ्नों का नाश होता है।
3. धनिया और गुड़ का भोग (Dhaniya-Gud)
- विवरण: धनिया के बीजों को हल्का भूनकर उसमें गुड़ मिलाकर भोग तैयार किया जाता है।
- पौराणिक कारण: यह भोग विशेष रूप से बुधवार के दिन ही चढ़ाया जाता है।
- लाभ: बुध ग्रह शांत होता है और मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है।
4. सूखा मेवा और पंचखाद्य
- पंचखाद्य: सूखा नारियल, मिश्री, किशमिश, मखाना और खजूर (या अन्य मेवा) मिलाकर भोग तैयार किया जाता है।
- धार्मिक महत्व: पंच तत्वों का प्रतिनिधित्व करता है।
- लाभ: शरीर और मन में संतुलन, परिवार में सुख और संतोष आता है।
5. केला, हरी मूंग और हरे फल
- विवरण: बुध ग्रह का रंग हरा है, अतः गणेश जी को हरी वस्तुएं प्रिय होती हैं।
- भोग विकल्प: केला, अंगूर, हरी मूंग दाल से बना हलवा या खिचड़ी।
- लाभ: बुध दोष से मुक्ति, निर्णय क्षमता में वृद्धि, और कार्यों में सफलता।
🪔 गणेश पूजा की विधि (बुधवार के दिन विशेष पूजा)
चरण 1: स्नान और शुद्धता
- प्रातः काल स्नान कर स्वच्छ हरे या पीले वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
चरण 2: गणेश जी की स्थापना और पूजन सामग्री रखें:
- मूर्ति/चित्र पर तिलक लगाएं।
- दूर्वा घास (21 लोंग वाली), सिंदूर, चंदन, धूप, दीप, फल, फूल, और भोग।
चरण 3: मंत्रोच्चार और ध्यान:
"ॐ गं गणपतये नमः"
या
"वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥"
- 11, 21 या 108 बार जाप करें।
चरण 4: भोग अर्पण करें:
- उपरोक्त में से कोई भोग या सभी भोग चढ़ाएं।
- अंत में आरती करें – “जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा…”।
🌟 बुधवार को गणेश पूजा और भोग चढ़ाने के लाभ
लाभ | विवरण |
---|---|
📚 शिक्षा में वृद्धि | छात्र बुद्धि, एकाग्रता और सफलता प्राप्त करते हैं |
💼 व्यापार में वृद्धि | व्यापारी और नौकरीपेशा लोगों को लाभ |
💰 धन प्राप्ति | आर्थिक परेशानियों में राहत |
🧘 मानसिक शांति | तनाव, भ्रम, और द्वंद्व से मुक्ति |
🚫 विघ्नों का नाश | जीवन में रुकावटें दूर होती हैं |
❗ बुधवार को ध्यान रखने योग्य बातें:
- तुलसी के पत्ते गणेश जी को नहीं चढ़ाए जाते।
- भोजन में नमक रहित प्रसाद (फल, मिठाई) अर्पित करना अधिक शुभ होता है।
- इस दिन गाय को हरा चारा, और जरूरतमंद को मूंग दान करना शुभ फलदायक होता है।