
पंचमुखी हनुमान जी की संपूर्ण पूजा विधि निम्नलिखित है। यह पूजा विधि आपके घर या मंदिर में की जा सकती है। इसे मंगलवार या शनिवार को करना विशेष शुभ माना जाता है।
पूजा की तैयारी:
- स्नान और शुद्धता:
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल को साफ करें और शुद्ध जल का छिड़काव करें। - सामग्री की व्यवस्था:
- पंचमुखी हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र
- लाल कपड़ा
- सिंदूर
- चमेली का तेल
- पान का पत्ता
- सुपारी
- गुड़ और चना
- लाल पुष्प (गुड़हल या गेंदा)
- धूप और दीप
- नारियल
- हनुमान चालीसा, सुंदरकांड, और रामनाम मंत्र
- संकल्प लें:
पूजा से पहले जल लेकर संकल्प करें। भगवान हनुमान से अपनी प्रार्थना कहें और पूजा को सफल बनाने का निवेदन करें।
पूजा विधि:
- दीप जलाएं:
- एक दीपक में चमेली का तेल डालकर जलाएं। इसे दाहिनी ओर रखें।
- धूप जलाकर सुगंधित वातावरण बनाएं।
- सिंदूर चढ़ाएं:
- यह कार्य अत्यंत श्रद्धा के साथ करें।
- पुष्प और माला अर्पित करें:
- लाल गुड़हल के फूल या गेंदा के फूल चढ़ाएं।
- पान का पत्ता और सुपारी हनुमान जी को अर्पित करें।
- मंत्र जाप करें:
- “ॐ हनुमते नमः” मंत्र का 108 बार जाप करें।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- सुंदरकांड का पाठ करने से विशेष फल मिलता है।
- प्रसाद चढ़ाएं:
- गुड़ और भुने हुए चने का भोग लगाएं।
- नारियल अर्पित करें।
- आरती करें:
- पंचमुखी हनुमान जी की आरती करें। दीपक घुमाते हुए हनुमान जी से प्रार्थना करें।
- प्रसाद वितरण करें:
- पूजा के अंत में प्रसाद सभी को वितरित करें।
विशेष ध्यान:
- पूजा करते समय मन को शांत और एकाग्र रखें।
- हनुमान जी से अपने मन की बात करें और उनके आशीर्वाद की प्रार्थना करें।
- पूजा के अंत में “राम-राम” का जाप करें।
इस विधि से पूजा करने पर पंचमुखी हनुमान जी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। वे आपके सभी कष्ट हरकर सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करते हैं।