छठ घाट पर अरघ देने की विधि
छठ घाट पर अरघ देने की विधि
1. घाट की तैयारी
- घाट पर पहुंचते समय साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
- पानी साफ और शुद्ध होना चाहिए। नदी, तालाब या झरने का पानी उपयोग करें।
- घास या नारियल के पत्ते बिछाकर अरघ देने का स्थान बनाएं।
2. सामग्री तैयार करें
- ठंडा जल (गंगा, तालाब या नदी का जल श्रेष्ठ माना जाता है)
- फल (केला, संतरा, सेव)
- ठेकुआ, गुड़, चावल
- दीपक और फूल
- थाली या पात्र अरघ देने के लिए
3. पूजा प्रारंभ
- पानी में खड़े होकर अरघ देने से पहले हल्का प्रणाम करें।
- सूर्य देव की ओर मुख करके खड़े हों।
- थाली में जल डालें, उसमें फूल और फल रखें।
4. अरघ अर्पित करना
- दोनों हाथों से जल लेकर सूर्य देव को धीरे-धीरे अर्पित करें।
- इस समय “सूर्य नारायणाय नमः” या छठ मंत्र का जाप करें।
- फल और ठेकुआ भी उसी क्रम में अर्पित करें।
5. विशेष ध्यान
- जल कभी भी घाट पर डालते समय छींटे न करें।
- अरघ देते समय मन शांत और पूर्ण श्रद्धा में होना चाहिए।
- अगर संकल्प लिया है, तो पूरे मन से पूरा करें।
6. पूजा समाप्ति
- अरघ देने के बाद थोड़ी देर खड़े होकर सूर्य को प्रणाम करें।
- पूजा समाप्ति पर साफ-सुथरी जगह छोड़ें और घाट को स्वच्छ करें।
छठ घाट पर अरघ देने के लाभ
1. आध्यात्मिक लाभ
- सूर्य देव को अरघ देने से व्यक्ति का मन और आत्मा शुद्ध होती है।
- इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मक विचार दूर होते हैं।
2. मानसिक और भावनात्मक लाभ
- अरघ देने की प्रक्रिया ध्यान और श्रद्धा के साथ होती है, जिससे मन शांत और केंद्रित रहता है।
- तनाव और चिंता कम होती है, और आत्मिक संतोष की अनुभूति होती है।
3. पारिवारिक और सामाजिक लाभ
- परिवार के सभी सदस्य एक साथ घाट जाकर अरघ अर्पित करते हैं, जिससे सामाजिक और पारिवारिक एकता मजबूत होती है।
- बच्चों में धार्मिक परंपराओं का ज्ञान और सम्मान पैदा होता है।
4. स्वास्थ्य संबंधी लाभ
- नदी या तालाब के साफ जल में खड़े होकर सूर्य देव को अरघ देने से प्राकृतिक सूर्य की किरणों से शरीर में विटामिन डी और ऊर्जा मिलती है।
- व्रत और संतुलित आहार के कारण शरीर स्वस्थ और ताजगी बनी रहती है।
5. पारंपरिक और कर्मकांडी लाभ
- अरघ देने से पुरखों और पूर्वजों की स्मृति में श्रद्धांजलि अर्पित होती है।
- यह कर्मकांडी रूप से भी पुण्य और सफलता का माध्यम माना जाता है।
छठ घाट पर अरघ देने की विधि
छठ पूजा: व्रत, पर्व और प्रकृति का अद्भुत संगम
