
सावन मास (श्रावण मास) की शुभ शुरुआत इस वर्ष 2025 में:
आषाढ़ मास 2025 में मासिक शिवरात्रि व्रत
📅 तारीख: 23 जून 2025 (सोमवार)
🕉️ व्रत का नाम: मासिक शिवरात्रि व्रत
📍 माह: आषाढ़ मास
🔱 महत्व:
मासिक शिवरात्रि हर माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। आषाढ़ मास की मासिक शिवरात्रि पर भगवान शिव की विशेष पूजा, उपवास, और रात्रि जागरण किया जाता है। यह व्रत विशेष रूप से पापों के नाश, मनोकामना पूर्ति और शिव कृपा प्राप्त करने हेतु किया जाता है।
🪔 व्रत के प्रमुख नियम:
- सूर्योदय से पूर्व स्नान कर व्रत का संकल्प लें।
- दिनभर उपवास रखें (फलाहार या निर्जल व्रत)।
- शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा, भस्म आदि अर्पित करें।
- “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जप करें।
- रात्रि में शिव चालीसा, रुद्राष्टक, शिवमहिम्न स्तोत्र आदि का पाठ करें।
- रात्रि जागरण करें, और अगले दिन व्रत का पारण करें।
आषाढ़ मास मासिक शिवरात्रि व्रत से लाभ (23 जून 2025 व्रत)
मासिक शिवरात्रि व्रत करने से कई आध्यात्मिक, मानसिक और सांसारिक लाभ प्राप्त होते हैं। विशेष रूप से भगवान शिव की कृपा से जीवन में शांति, सफलता और सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
🌟 इस व्रत से मिलने वाले प्रमुख लाभ:
1. 🧘♂ पापों का नाश होता है
इस व्रत को श्रद्धा से करने से जाने-अनजाने में हुए पापों का क्षय होता है और व्यक्ति मोक्ष की ओर अग्रसर होता है।
2. 💑 वैवाहिक जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ता है
जो स्त्रियाँ यह व्रत करती हैं उन्हें उत्तम पति की प्राप्ति होती है और विवाहित स्त्रियों का दांपत्य जीवन सुखमय होता है।
3. 🪙 धन, सुख और समृद्धि की प्राप्ति
भगवान शिव की कृपा से जीवन में आर्थिक कष्ट दूर होते हैं और सुख-शांति आती है।
4. 🙏 मनोकामना पूर्ति होती है
सच्चे मन से व्रत और पूजा करने वाले की हर मनोकामना पूरी होती है, चाहे वह संतान सुख हो, नौकरी, विवाह, या स्वास्थ्य से जुड़ी इच्छा हो।
5. 🧠 मन को शांति और आत्मिक बल प्राप्त होता है
इस व्रत में ध्यान और मंत्रजाप करने से चित्त शांत होता है और आत्मबल बढ़ता है।
6. ⛓ कालसर्प दोष, ग्रह दोष, और अशुभ प्रभावों से राहत
शिव पूजा करने से शनि, राहु-केतु जैसे दोषों का प्रभाव कम होता है।
7. 🌌 आध्यात्मिक उन्नति और शिव भक्ति में वृद्धि
नियमपूर्वक मासिक शिवरात्रि करने से भक्त भगवान शिव के और अधिक समीप हो जाता है और आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त करता है।
आषाढ़ मास 2025 में मासिक शिवरात्रि व्रत