
हनुमान जी के मंत्र और उनके जाप का सही समय
हनुमान जी के प्रसिद्ध मंत्र
1 हनुमान चालीसा मंत्र
हनुमान चालीसा का पाठ हनुमान जी को प्रसन्न करने का सबसे लोकप्रिय तरीका है।
मंत्र:
“श्रीगुरु चरण सरोज रज, निज मन मुकुर सुधार।
बरनऊँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चार।”
पूरा पाठ 40 छंदों में होता है।
2 हनुमान स्तोत्र और बीज मंत्र
- हनुमान बीज मंत्र:
“ॐ हनुमते नमः”
- यह मंत्र बहुत शक्तिशाली है।
- संकट निवारण, आत्मविश्वास बढ़ाने, और भय दूर करने में मदद करता है।
- हनुमान स्तोत्र:
हनुमान स्तोत्र का पाठ भी बहुत फलदायी होता है, विशेषकर शत्रु बाधा और मानसिक परेशानियों से मुक्ति के लिए।
संक्षिप्त मंत्र
- “राम दूत हनुमान”
- “सिंहासन बिभूषण हनुमान”
ये मंत्र छोटे समय में भी जाप किए जा सकते हैं।
2. हनुमान जी का जाप करने का सही समय
हनुमान जी का जाप और पूजा करने का समय उनके प्रसन्नता और शक्ति प्राप्ति में प्रभाव डालता है।
3 दिन का समय
- सुबह जल्दी (सूर्योदय से 9 बजे तक)
- सबसे उत्तम समय माना जाता है।
- इस समय मानसिक शुद्धि और ऊर्जा उच्चतम होती है।
- दोपहर (12 बजे से 3 बजे तक)
- इस समय भी जाप किया जा सकता है, लेकिन ध्यान रखें कि मानसिक अव्यवस्था कम हो।
- शाम (संध्या समय)
- सूर्यास्त के बाद भी जाप किया जा सकता है।
- लेकिन रात के मध्य में जाप कम उत्तम माना जाता है।
4 दिन विशेष
- मंगलवार और शनिवार:
- हनुमान जी के लिए विशेष रूप से शुभ।
- मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में जाकर हनुमान चालीसा और मंत्र जाप करने का फल अत्यंत शुभ माना गया है।
5 अवधि और संख्या
- हनुमान बीज मंत्र “ॐ हनुमते नमः”
- कम से कम 108 बार रोज़ाना जपने से लाभ मिलता है।
- हनुमान चालीसा पाठ
- रोज़ाना कम से कम 1 बार का पाठ शुभ होता है।
- संकट मोचन या विशेष उपासना में 3, 7, या 11 बार पाठ करने से विशेष लाभ होता है।
- हनुमान स्तोत्र जाप
- 21, 41 या 108 बार पाठ करना लाभकारी माना गया है।
3. जाप की विधि (सटीक तरीका)
- स्थान चयन
- शांत और स्वच्छ स्थान चुनें।
- हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर सामने रखें।
- शरीर और मन की तैयारी
- स्नान करके साफ वस्त्र पहनें।
- मन को स्थिर करें और सांसों को नियमित करें।
- जप और ध्यान
- मंत्र का उच्चारण साफ और स्पष्ट करें।
- जाप करते समय हनुमान जी की भक्ति और श्रद्धा में डूब जाएँ।
- आहुति और प्रसाद
- अगर मंदिर में नहीं जा सकते तो अपने घर में फूल, चावल या सिंदूर अर्पित करें।
- जाप के बाद दीपक जलाना और हनुमान जी को प्रार्थना करना शुभ होता है।
4. जाप के लाभ
- मानसिक तनाव और भय से मुक्ति।
- शारीरिक और मानसिक शक्ति में वृद्धि।
- शत्रु बाधा और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा।
- सफलता, साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि।
1. मानसिक लाभ
- भय और तनाव से मुक्ति
- हनुमान जी संकट मोचन हैं। उनका जाप करने से भय, चिंता और मानसिक तनाव कम होता है।
- भयभीत स्थिति में भी साहस और आत्मविश्वास मिलता है।
- एकाग्रता और स्मरण शक्ति में सुधार
- नियमित जाप से मानसिक शक्ति बढ़ती है।
- अध्ययन, परीक्षा या मानसिक कार्य में एकाग्रता बढ़ती है।
- सकारात्मक सोच का विकास
- नकारात्मक विचार कम होते हैं।
- आत्म-विश्वास और मनोबल बढ़ता है।
2. शारीरिक लाभ
- साहस और शक्ति में वृद्धि
- हनुमान जी की ऊर्जा शरीर में सक्रिय होती है।
- शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
- ऊर्जा और उत्साह का संचार
- आलस्य और थकान कम होती है।
- दिनभर सक्रिय और उत्साहित रहने में मदद मिलती है।
- रोगों से सुरक्षा
- मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा से शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम होता है।
- पुराने ग्रंथों में हनुमान जाप से लंबी उम्र और रोग-निवारण का उल्लेख है।
3. आध्यात्मिक लाभ
- असुर, शत्रु और बाधाओं से रक्षा
- शत्रु बाधा, नकारात्मक ऊर्जा और बुरी नजर से सुरक्षा।
- संकटों का समाधान और मुश्किल परिस्थितियों में मदद।
- धार्मिक और आध्यात्मिक उन्नति
- हनुमान जी की भक्ति से आत्मा की शुद्धि होती है।
- मोक्ष की प्राप्ति और कर्म फलों का शुद्धिकरण होता है।
- सकारात्मक ऊर्जा का संचार
- घर और कार्यस्थल में शुभ ऊर्जा बढ़ती है।
- परिवार और समाज में सम्मान और सद्भाव बढ़ता है।
4. सामाजिक और व्यक्तिगत लाभ
- संबंधों में सुधार
- मन की स्थिरता और सकारात्मक दृष्टिकोण से परिवार और मित्र संबंध बेहतर होते हैं।
- सफलता और अवसर
- प्रयासों में सफलता मिलती है।
- व्यवसाय, शिक्षा या नौकरी में उन्नति होती है।
- संकट मोचन
- अचानक आने वाले संकटों में हनुमान जी की कृपा से समाधान मिलता है।
- यात्रा, परीक्षा या नए कार्य में शुभता बढ़ती है।
5. विशेष लाभ (मंगलवार और शनिवार)
- मंगलवार: संकट निवारण और साहस में वृद्धि।
- शनिवार: शत्रु बाधा और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा।
- हनुमान जयंती या विशेष व्रत:
- मनोकामना पूर्ण होती है।
- दीर्घकालिक सुख-शांति मिलती है।
निष्कर्ष
हनुमान जी का जाप केवल धार्मिक कृत्य नहीं है, बल्कि यह मानसिक, शारीरिक, आध्यात्मिक और सामाजिक सभी स्तरों पर लाभकारी है।
- 108 बार बीज मंत्र का जाप → संकट निवारण और साहस बढ़ाना।
- हनुमान चालीसा का पाठ → मानसिक शांति और शक्ति।
- मंगलवार/शनिवार पूजन → विशेष कृपा और सुरक्षा।
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