
माँ काली कवच + मंत्र संयोजन का एक ७-दिवसीय सिद्धि कार्यक्रम
७-दिवसीय माँ काली सिद्धि कार्यक्रम
सामान्य नियम (पूरे ७ दिन)
- स्थान: एक ही पवित्र जगह पर साधना करें, माँ काली की मूर्ति/चित्र के सामने।
- वस्त्र: लाल या काले रंग के, स्वच्छ वस्त्र।
- आसन: ऊन या कुश का काला आसन।
- दीपक: तिल के तेल का, २ बातियों वाला।
- फूल: गुड़हल अनिवार्य।
- माला: रुद्राक्ष, काले चंदन, या हकीक की माला।
- भोजन: सात्त्विक, मांसाहार व नशे का पूर्ण त्याग।
- समय: रात १० बजे के बाद — सर्वश्रेष्ठ ११:३० PM से १२:३० AM (निशीथ काल)।
दैनिक साधना क्रम
चरण 1 — शुद्धिकरण व संकल्प (५ मिनट)
- गंगाजल से शुद्धिकरण।
- संकल्प मंत्र: “ॐ काली मातः, मैं (नाम), (उद्देश्य) की सिद्धि हेतु सात दिवसीय कवच-मंत्र साधना आरंभ करता हूँ।”
चरण 2 — ध्यान व आवाहन (५ मिनट)
- ध्यान मंत्र: “श्यामां श्मशानवासिनीं स्मितमुखीं खड्गं कपालं गदाम्…” (१ बार)
- आवाहन मंत्र (३ बार): ॐ ऐं ह्रीं क्रीं चामुण्डायै विच्चे॥
चरण 3 — कवच पाठ (१५–२० मिनट)
- माँ काली कवच का पाठ — प्रतिदिन ११ बार।
चरण 4 — बीज मंत्र जप (१०–15 मिनट)
- मंत्र: ॐ क्रीं कालीकायै नमः॥
- प्रतिदिन १ माला (१०८ बार) — ७वें दिन ३ माला।
चरण 5 — महा मंत्र जप (१०–१५ मिनट)
- मंत्र: ॐ ऐं ह्रीं क्रीं चामुण्डायै विच्चे॥
- प्रतिदिन २ माला — ७वें दिन ५ माला।
चरण 6 — समर्पण व आरती (५ मिनट)
- नैवेद्य अर्पण (मिठाई, नारियल, गुड़)।
- दीपक की आरती, फिर क्षमा प्रार्थना।
विशेष कार्यक्रम तालिका
दिन | कवच पाठ | बीज मंत्र | महा मंत्र | विशेष कार्य |
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दिन 1 | ११ बार | १ माला | २ माला | साधना स्थान की ऊर्जा शुद्ध करना |
दिन 2 | ११ बार | १ माला | २ माला | गुड़हल के ११ फूल अर्पित करना |
दिन 3 | ११ बार | १ माला | २ माला | दीपक में केसर या कपूर डालना |
दिन 4 | ११ बार | १ माला | २ माला | माता को लाल चुनरी अर्पित करना |
दिन 5 | ११ बार | १ माला | २ माला | साधना में मौन व्रत रखना |
दिन 6 | ११ बार | १ माला | २ माला | माता को काले तिल का भोग लगाना |
दिन 7 | ११ बार | ३ माला | ५ माला | रात्रि १२ बजे पूर्णाहुति व हवन (गुड़, तिल, घी) |
सिद्धि पूर्ण होने के बाद
- माता को धन्यवाद दें।
- भोग व प्रसाद बांटें।
- माला और आसन साधना के बाद भी सुरक्षित रखें, अन्य कार्यों में न प्रयोग करें।
- इस साधना का पुनः आरंभ कम से कम ४० दिन बाद ही करें।